नई दिल्ली। औषधि नियामक राष्ट्रीय दवा कीमत निर्धारण प्राधिकरण (एनपीपीए) ने कोरोना वायरस के कारण सामने आ रही परिस्थितियों को देखते हुए दवा कंपनियों को एचआईवी तथा मलेरिया के इलाज में इस्तेमाल में होने वाली कुछ प्रमुख दवाओं के भंडार की जानकारियां मंगाई है। प्राधिकरण ने दवा कंपनियों से कहा कि वे लोपिनाविर व रिटोनाविर, हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्यूइन, अजिथ्रोमाइसिन और पैरासिटामोल जैसी प्रमुख दवाओं के भंडार की जानकारियां प्रदान करें। प्राधिकरण ने विशेषाधिकार का इस्तेमाल कर कंपनियों को यह निर्देश दिया। उसने कंपनियों को कहा कि वे भंडार में इन दवाओं की संख्या, प्रतिदिन इनके उत्पादन की क्षमता, निर्यात प्रतिबद्धताएं आदि जानकारियां देने को कहा। उल्लेखनीय है कि सरकार ने हाल ही में मलेरिया की दवा हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्यूइन के निर्यात पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है।