लखनऊ। औषधि और पुलिस विभाग की टीम ने नए साल पर बड़ा खुलासा किया है। इंडो-नेपाल बार्डर से सटे इलाकों में चल रहे नशीली दवाओं की बिक्री करने वाले दवा कारोबारियों को लेकर ये भंडाफोड़ किया गया।
मिली जानकारी के अनुसार, इंडो-नेपाल बार्डर पर गुपचुप तरीके से नशीली दवाओं की बिक्री की जा रही थी। जिसपर औषधि और पुलिस विभाग की टीम ने कामयाबी हासिल की है। इस छापेमारी के दौरान 6 दुकानों को सीज कर दिया गया है। साथ ही भारी मात्रा में नशीली व प्रतिबंधित दवाएं बरामद की गई हैं।
बताया गया है कि बार्डर से सटे रुपईडीहा थाना क्षेत्र के बाबागंज, चर्दा जमोग, रुपईडीहा कस्बा, चकियारोड, स्टेशन रोड में कई अवैध मेडिकल स्टोरों पर नशीली दवाओं की बिक्री होने की गुप्त सूचना पुलिस को मिली। जिसपर एसओ रुपईडीहा आलोक राव ने कार्रवाई करते हुए अपनी टीम के साथ इन दुकानों पर छापेमारी की। इस दौरान नशीली व प्रतिबंधित दवाओं की खेप पकड़ी। खबर मिलते ही औषधि विभाग की टीम सक्रिय हुई। ड्रग इंस्पेक्टर राजू प्रसाद ने अपनी टीम के साथ चरदा जमोग में संचालित गंगाराम मेडिकल स्टोर की पड़ताल शुरू की।
जांच के दौरान दुकान अवैध संचालित होने की पुष्टि हुई। बगैर लाइसेंस दुकान संचालन होने पर डीआई ने तत्काल औषधि एवं प्रसाधन एक्ट के तहत केस दर्ज कराया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। यहां से विभिन्न कम्पनियों के लगभग 45 हजार रुपए की दवाएं बरामद की गई है। इन दवाओं को सीज कर दिया गया है। अन्य पांच दुकानों से बरामद दवाओं को पुलिस ने कब्जे में ले लिया है। एक अन्य आरोपी को भी पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।