लखनऊ। साइबर जालसाजों ने रात में दवा कारोबारी के खाते से छह घंटे में 52 लाख रुपये साफ कर दिए। खास ये कि यह सब बिना ओटीपी पूछे ही हो गया। कारोबारी की जब सुबह नींद खुली तो मोबाइल पर मेसेज देख होश उड़ गया। पीड़ित का नरही स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा में मेडिकल डिवीजन फर्म का करंट व ओवर ड्राफ्ट खाता है। जालसाजों ने रात 12 बजे से सुबह 6 बजे के बीच में सारी रकम साफ कर दी। कारोबारी ने साइबर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।

आशंका जताई जा रही है कि कारोबारी सोमनाथ की मेल हैक की गई। ऑनलाइन ट्रांसफर का मेसेज केवल मोबाइल पर मिला, जबकि उनके पास कोई मेल नहीं आई। जबकि हमेशा नकदी ट्रांसफर के समय उनके पास मेल भी आती थी। उन्होंने बताया कि कोई अंजान कॉल भी नहीं आई और न ही उन्होंने किसी से ओटीपी शेयर किया था। साइबर जानकारों के मुताबिक साइबर अपराधियों ने यह नया तरीका ईजाद किया है। बिना ओटीपी शेयर किए वह एकाउंट खाली कर देते है। एसटीएफ के साइबर थाने के पुलिस अधिकारी के मुताबिक इस तरह के 6 मामले 15 दिन के अंदर सामने आए हैं। पुलिस मामलों की जांच कर रही है।

आशियाना एलडीए कॉलोनी निवासी सोम नाथ चटर्जी की मुद्रा मार्केटिंग के नाम से फर्म है। फर्म केजीएमयू में मेडिकल उपकरण सप्लाई का काम करती है। सोमनाथ चटर्जी ने बताया कि 25 मार्च को वह रात में सोए थे और 26 मार्च सुबह उठे तो उनके मोबाइल फोन पर कई मेसेज थे। रात भर में अलग-अलग समय पर उनके एकाउंट से ऑनलाइन रकम ट्रांसफर की गई थी। कारोबारी सोमनाथ चटर्जी ने बताया कि उनका हजरतगंज के नरही स्थित बैैंक ऑफ बड़ौदा में करंट व ओवर ड्रॉफ्ट खाता है, जिससे वह बिजनेस का लेन-देन करते हैं। 26 मार्च को उनके करंट एकाउंट से 1 लाख 89 हजार रुपये और ओवर ड्राफ्ट एकाउंट से 49 लाख 99 हजार रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर कर लिए गए।