अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर से नशे की दवाओं के अवैध कारोबार को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। सरगुजा पुलिस ने अवैध कारोबार को लेकर पिछले कुछ वक्त से विशेष अभियान चलाया हुआ है। इस कड़ी में अब इस अभियान के तहत पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल की है।
झारखंड के गढ़वा से नशे के रूप में उपयोग की जाने वाली दवाओं को स्थानीय स्तर पर नशेड़ियों के बीच खपाने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार कर पुलिस ने उनके कब्जे से कुल एक लाख 10 हजार रुपए मूल्य का कफ सिरप व टेबलेट, कैप्सूल बरामद करने में सफलता हासिल की है। एडीशनल एसपी रामकृष्ण साहू ने बताया कि सूचना मिली थी कि राजपुर की ओर से एक ऑटो व एक बजाज डिस्कवर बाइक में दो लोग कुछ संदिग्ध सामग्री लेकर आ रहे हैं। इस पुख्ता सूचना पर एसपी आरएस नायक के मार्गदर्शन में सीएसपी आरएन यादव, कोतवाली प्रभारी विनय सिंह, क्राइम ब्रांच प्रभारी भूपेश सिंह के नेतृत्व में कोतवाली पुलिस व क्राइम ब्रांच की टीम शंकरघाट के पास जांच-पड़ताल में लगी हुई थी। इसी दौरान ऑटो क्रमांक सीजी 15सीआर 8870 व बजाज डिस्कवर बाइक क्रमांक सीजी 15सीआर 3299 वहां पहुंची।
ऑटो में चालक के अलावा मोमिनपुरा अंबिकापुर निवासी मो. हातिम पिता खादिम खान 35 वर्ष व बाइक में चित्रमंदिर गली निवासी सुधीर पांडे उर्फ चंदन पिता स्व.दीनदयाल पांडे 33 वर्ष सवार थे। इन दोनों की संदिग्ध गतिविधियों पर पुलिस को शक हुआ। जब ऑटो की तलाशी ली गई तो बोरे में 750 नग आरसी कफ सिरप की बोतल मिली। वहीं बाइक चालक के कब्जे से 75 सौ नग एल्प्राजोलम टेबलेट व कैप्सूल बरामद हुआ। उन्होंने बताया कि दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उनसे पूछताछ में इस अवैध कारोबार में शामिल कुछ और लोगों के संबंध में जानकारी मिली है।
पुलिस पूछताछ में इसका खुलासा हुआ है कि आरोपियों ने झारखंड के गढ़वा से लगभग 40 हजार रुपए में उक्त दवाएं खरीदी थी। बस अथवा बाइक से लाने पर पकड़ में आने के भय से उन्होंने सब्जी परिवहन में लगे एक पिकअप से नशीली दवाओं की खेप मंगाई थी। इसके एवज में 800 रुपए भाड़ा भी दिया था। अंबिकापुर तक पिकअप के पहुंचने से पहले ही दोनों आरोपी बाइक से परसा पहुंच गए थे। वहीं जाकर गढ़वा से आ रहे नशीली दवाओं की डिलेवरी प्राप्त कर ली। वहां से ऑटो और बाइक से सिरप व टेबलेट कैप्सूल लेकर अंबिकापुर आ रहे थे।