बूंदी (राजस्थान)। ड्रग इंस्पेक्टर योगेश कुमार ने शिकायत मिलने पर केपाटन के राजराजेश्वर रोड स्थित बूंदी सहकारी उपभोक्ता भंडार का निरीक्षण किया, जिसमें कई गड़बडिय़ां पकड़ी गई। यहां से जब्त एंटीबायोटिक्स के नकली होने की भी आशंका जताई गई है। डीआई ने बताया कि दुकान पर बिना खरीद बिलों के खरीदी गई दवाएं भी मिली, जो मरीजों को बेची जा रही थीं। मौके पर फर्म के फार्मासिस्ट हर्षवर्धन शर्मा से पूछताछ की गई, पर उसने जांच में सहयोग करने की बजाए फर्म के निरीक्षण का आदेश दिखाने को कहा। सख्ती से पूछताछ करने और दुकान के कंप्यूटर पर दवाओं के स्टॉक की जांच करने पर सामने आया कि फर्म ने बिना बिल के दवाएं खरीदी और बिना बिल के मरीजों को बेची जा रही हैं। कंप्यूटर रिकॉर्ड में जो दवाएं दिखाई गई, उनकी जगह दुकान में दूसरी दवाएं पाई गईं। डीआई ने दुकान में रखी हाई कैटेगरी की एंटीबायोटिक्स भी पकड़ी, जिनके बेचने पर पाबंदी लगाते हुए फार्मासिस्ट को नोटिस थमाया गया। डीआई के मुताबिक ये एंटीबायोटिक्स नकली हो सकते हैं, जो मरीजों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ है। दुकान में और भी कई गड़बड़ी मिली। निरीक्षण रिपोर्ट बनाकर उच्चाधिकारियों को भेज दी गई है। रिपोर्ट में फर्म पर सख्त कार्रवाई के लिए लिखा गया है। वहीं, एंटीबायोटिक्स के नकली होने का अंदेशा है, इसकी जांच भी की जा रही है।