ग्रेटर नोएडा। सूरजपुर कस्बे में मेडिकल स्टोर कर्मचारी पर 9 माह के मासूम की जान लेने की आरोप लगा है। 9 माह के मासूम की तबियत बिगडऩे पर उसके परिजन दवा लेने मेडिकल स्टोर पर गए। वहां मेडिकल स्टोर संचालक ने खुद को डॉक्टर बताते हुए अपने कर्मचारी से बच्चे को इंजेक्शन लगवा दिया। इससे कुछ देर बाद ही बच्चेे की हालत बिगड़ गई। अस्पताल ले जाने के दौरान बच्चे ने दम तोड़ दिया। परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी विजय मेडिकल स्टोर के संचालक प्रमोद व उसके कर्मचारी नीरज के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर ली है। परिजनों ने कोतवाली पहुंचकर हंगामा किया और आरोपियों पर समझौते का दबाव बनाने का आरोप भी लगाया।
जानकारी अनुसार बुलंदशहर के डिबाई निवासी कुमार सैन सूरजपुर की सरदार कॉलोनी में किराये पर सपरिवार रहता है। सैन के अनुसार उसके 9 माह के बच्चे पुष्पेंद्र की अचानक तबीयत खराब हो गई थी। वे बच्चे को लेकर इलाज के लिए सूरजपुर कस्बा स्थित विजय मेडिकल स्टोर पर पहुंचे। यहां उन्होंने स्टोर संचालक प्रमोद से किसी डॉक्टर के बारे में पूछा। आरोप है कि स्टोर संचालक ने खुद को डॉक्टर बताते हुए बच्चे का इलाज करने के लिए कहा। इस बीच स्टोर संचालक ने अपने कर्मचारी नीरज से बच्चे को इंजेक्शन लगवा दिया। इसके लिए उसने परिजनों से 250 रुपये लिए। परिजन का आरोप है कि घर पहुंचने के बाद बच्चे की तबीयत बिगडऩे लगी। कुछ देर इंतजार के बाद वह बच्चे को मेडिकल स्टोर पर लेकर पहुंचे तो प्रमोद ने कहा कि उसने जो करना था, वह कर दिया। वह इसमें अब कुछ नहीं कर सकता। इसके चलते परिजन बच्चे को शारदा अस्पताल लेकर जा रहे थे कि रास्ते में बच्चे ने दम तोड़ दिया। परिजनों ने मेडिकल स्टोर पर पहुंचकर हंगामा किया और पुलिस को शिकायत देकर कार्रवाई की मांग की। कोतवाली प्रभारी मुनीष चौहान ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज कर जांच की जा रही है।