महरौनी। प्रशासन ने बाजार में बढ़ रही भीड़ और अव्यवस्थाओं को काबू करने के लिए जिले में वन साइड दुकान खोलने का फार्मूला लागू किया है। लेकिन, इसमें आवश्यक वस्तुओं में मानी जाने वाली दवा दुकानों को भी शामिल कर लिया, जिससे दवा व्यवसायियों में असंतोष है।
शराब की दुकानों को खोलने का समय शाम पांच बजे से बढ़ाकर सात बजे कर दिया गया है, वहीं दवा की दुकानों का समय पांच बजे है। एक साइड की दुकानें खोलने और दूसरे साइड की दुकानें बंद करने के फार्मूला में दवा दुकानों को शामिल कर लिए जाने के कारण एक दिन में कुछ दुकान खुलेंगी और बाकी बंद रहेंगी। इस फार्मूले से दवा व्यवसायिओं की मुसीबत बढ़ गई है। झांसी और ललितपुर से दवा के थोक विक्रेता हफ्ते में अलग- अलग दिन में एक बार आते हैं। इस कारण से दवा की सप्लाई पर प्रभाव पड़ेगा। दवा की कमी से आमजन को भी परेशानी हो सकती है।
दवा कारोबारियों ने प्रशासन से मांग की है कि वन साइड दुकानें खोलने के फार्मूले से दवा व्यवसायियों को अलग किया जाए। नगरवासियों ने भी इस फार्मूले को सही नहीं ठहराया है। वह भी दवा की उपलब्धता हमेशा बनी रहे इसके पक्ष में हैं। व्यापार मंडल ने भी वन साइड फार्मूले से दवा दुकानों को हटाने के लिए प्रशासन से विचार करने की मांग की है।
दवा व्यवसायियों ने श्रम एवं सेवायोजन राज्यमंत्री मनोहर लाल पंथ को भी समस्या से अवगत कराया और मांग की है कि दवा दुकानों को वन साइड फार्मूले से अलग किया जाए। दुकान खुलने का समय सुबह नौ बजे से शाम सात बजे तक किया जाए। महरौनी में चिकित्सकों ने भी कहा है कि दवा दुकानों को वनसाइड फार्मूला में शामिल करने से मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा।