आगरा। दवाओं के काले कारोबार के लिए कुख्यात हो चुका आगरा दिल्ली नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के रडार पर है। गुरुवार को सिकंदरा इंडस्ट्रीयल एरिया में दवाओं की फैक्ट्री पर दिल्ली नारकोटिक्स कंट्राेल ब्यूरो की टीम ने छापा मारा। दिल्ली से आई नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की फैक्ट्री पर पूरी कार्रवाई गोपनीय रही। टीम ने छापा मारकर वहां का सारा रिकार्ड और दवाओं को जब्त करने के काफी देर बाद पुलिस को सूचना दी। फैक्ट्री से बरामद दवाओं के कार्टन को मेटाडोर में भरकर टीम अपने साथ ले गई।

बता दें कि एनसीबी ने यहां भारी मात्रा में दवाओं और रिकार्ड को जब्त किया है। नारकोटिक्स की टीम इन दवाओं और रिकार्ड की जांच करेगी। इससे यह पता लगाया जा सके कि फैक्ट्री में बनाकर सप्लाई की जाने वाली दवाओं में क्या गोलमाल चल रहा है। एसपी सिटी ने बताया कि एनसीबी द्वारा जब्त दवाओं और रिकार्ड की जांच की जाएगी। टीम छानबीन करके यह पता लगाएगी कि दवाओं के काले कारोबार में विनोद अग्रवाल की फैक्ट्री की कोई भूमिका है या नहीं। यदि उसकी भूमिका पाई जाती है तो एनसीबी उसके खिलाफ आगे की कार्रवाई करेगी।

एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद ने बताया कि दिल्ली नारकोटिक्स ब्यूरो की टीम ने एक सप्ताह पहले बल्केश्वर के दवा व्यापारी कपिल अग्रवाल को गिरफ्तार किया था। उससे पूछताछ में सिकंदरा इंडस्ट्रीयल साइट सी स्थित जेपीईई ड्रग़्स ग्रुप आफ कंपनीज, दवा फैक्ट्री का नाम सामने आया था। इस फैक्ट्री का मालिक विनोद अग्रवाल है। यह फैक्ट्री एंटी बायोटिक व दर्द निवारक दवाओं को बनाती है। एनसीबी टीम ने गुरुवार को दवा फैक्ट्री पर छापा मारा। यहां करीब चार घंटे तक चली कार्रवाई के दौरान भारी मात्रा में दवाओं को बरामद किया। इसके साथ ही इन दवाओं से संबंधित सारा रिकार्ड भी जब्त किया है।