नई दिल्ली। दिल्ली दवा घोटाला मामले में गृह मंत्रालय ने सीबीआई जांच के आदेश दे दिए हैं। गृह मंत्रालय ने एलजी की सिफारिश पर सीबीआई को एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं। दिल्ली की केजरीवाल सरकार द्वारा चलाए जा रहे मोहल्ला क्लीनिकों में कथित तौर पर घटिया दवा देने के आरोप लगे हैं। इस मामले में एलजी वीके सक्सेना ने सीबीआई जांच की सिफारिश की थी। केंद्र सरकार ने इस मामले में सीबीआई जांच की मंजूरी दे दी है।
गृह मंत्रालय ने दवा घोटाला मामले में ऐसे वक्त पर जांच के आदेश दिए हैं, जब एक दिन पहले ही उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने मोहल्ला क्लीनिक में फेक टेस्ट कराने के आरोपों को लेकर सीबीआई जांच कराने की सिफारिश की है।
फर्जी जांच कराने के लगे आरोप
इससे पहले गुरुवार को उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने निजी प्रयोगशालाओं को लाभ पहुंचाने के लिए मोहल्ला क्लीनिक द्वारा फर्जी जांच के आरोपों पर सीबीआई जांच कराने के आदेश दिए हैं। बता दें कि मोहल्ला क्लीनिक दिल्ली सरकार द्वारा संचालित किये जाते हैं।
निजी लैब को करोड़ों रुपये का भुगतान किया
बीते वर्ष 2023 में यह मामला उछला था कि मोहल्ला क्लीनिक में डॉक्टर नहीं आ रहे। इसके बावजूद उन्हें उपस्थित दिखाया जा रहा है। उनकी अनुपस्थिति पर भी मरीजों को जांच और दवाएं लिखी जा रही थीं। बाद में पता चला कि फर्जी मरीजों पर टेस्ट किए गए। आरोप है कि निजी लैब की मदद के लिए मोहल्ला क्लीनिक में घोस्ट पेशेंट पर लाखों टेस्ट किए गए थे। इसकी आड़ में निजी लैब को करोड़ों रुपये का भुगतान किया गया। इस मामले में बीजेपी ने करोड़ों रुपये के घोटाले का आरोप लगाया है।
केजरीवाल सरकार पर निशाना साधा
इस मुद्दे पर बीजेपी ने केजरीवाल सरकार पर निशाना साधा है। बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि मोहल्ला क्लीनिक में ऐसे मरीजों का भी इलाज कर दिया है जिनका कोई अस्तित्व ही नहीं था। पहले दिल्ली सरकार दारु का घोटाला कर रही थी। अब दवा का भी घोटाला कर दिया है।