नई दिल्ली: राजधानी में आम लोगों को मिलने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं के लचर सिस्टम से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल नाराज दिख रहे हैं। सूत्रों की मानें तो अतिशीघ्र स्वास्थ्य विभाग के बड़े अधिकारियों सहित मंत्री पर एक्शन होने वाला है। केजरीवाल ने आदेश दिए थे कि अस्पतालों में मरीजों को मुफ्त दवाईयां दी जाएं और टेस्टों में किसी तरह की देरी न हो। लेकिन तीन-चार महीनों से शिकायत मिल रही हैं कि न तो मुफ्त दवा मिल रही हैं और न ही रोगी के जांच-टेस्ट समय पर होते हैं। दवाईयों की सप्लाई में हो रही लापरवाही को लेकर अरविंद गंभीर दिख रहे हैं। उन्होंने दोषियों के खिलाफ कड़े कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। यहां तक कह दिया गया है कि व्यवस्था में शीघ्र सुधार नहीं होता है तो संबंधित अधिकारियों की सैलरी काट ली जाएगी और स्पलायर को लंबित बिल की राशी पर ब्याज दिया जाएगा। इस बाबत केजरीवाल ने मुख्य सचिव एमएम कुट्टी से दवाईयों की सप्लाई और बिल भुगतान संबंधी सारी जानकारियों पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।