हैदराबाद। एस्पेन बायोफार्मा की नकली दवाई बनाने वाली अवैध फैक्ट्री पकड़ी गई है। यह भंडाफोड़ तेलंगाना के खम्मम जिले में हुआ। यहां 935 किलो नकली दवाएं मिलीं। इस फैक्ट्री में कैंसर की भी नकली दवाएं बनाई जा रही थीं।

बिना लाइसेंस के चल रही थी फैक्ट्री

तेलंगाना के औषधि नियंत्रण प्रशासन ने खम्मम जिले में बिना लाइसेंस वाली इस दवा निर्माण फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। औषधि नियंत्रण प्रशासन को इस बारे में विश्वसनीय सूचना मिली थी। सूचना के आधार पर एक विशेष टीम ने खम्मम जिले के तल्लाडा मंडल के अन्नारुगुडेम गांव के इंडस्ट्रियल पार्क मे रेड की। यहां बिना लाइसेंस के चल रही दवा निर्माण फैक्ट्री में पर छापामारी की गई।

फैक्ट्री में भारी मात्रा में मिलीं नकली दवाइयां

बताया गया है कि यह अवैध फैक्ट्री एस्पेन बायोफार्मा की है। औघधि अधिकारियों ने यहां दवाओं के अवैध निर्माण का पता लगाया है। परिसर में सक्रिय फार्मास्युटिकल अवयव वाल्सार्टन और क्लोपिडोग्रेल पाए गए हैं। महानिदेशक वी. बी. कमलासन रेड्डी ने कहा कि फैक्ट्री में करीब 935 किलोग्राम दवाओं का भंडार मिला है। जांच में यह भी पता चला है कि यह फैक्ट्री कादरी सतीश रेड्डी के करीबी रिश्तेदार उपेंदर रेड्डी द्वारा संचालित की जा रही थी। इनके हैदराबाद के माचा बोल्लाराम में बिना लाइसेंस वाले परिसर पर 4 दिसंबर को डीसीए अधिकारियों ने छापा मारा था।

4.35 करोड़ रुपये की कैंसर की नकली दवाएं मिली थी पहले

एस्पेन बायोफार्मा

बताया गया है कि माचा बोल्लाराम मेंं 4 दिसंबर को रेड करने पर 4.35 करोड़ रुपये की नकली कैंसर रोधी और अन्य दवाएं जब्त की गई थीं। मुख्य आरोपी कादरी सतीश रेड्डी 4 दिसंबर को अपने परिसर से नकली दवाओं की जब्ती के बाद फरार हो गया था। अन्नारुगुडेम गांव में नकली दवाओं के निर्माण के केस में मुख्य साजिशकर्ता है।

सख्य कानूनी कार्रवाई करेंगे

छापेमारी में औषधि अधिकारियों ने स्थानीय पुलिस की मदद ली। औषधि अधिकारियों ने स्टॉक जब्त कर लिया और जांच के लिए सैंपल लिए है। महानिदेशक का कहना है कि मामले में जांच की जाएगी। दवाओं के अवैध निर्माण के लिए जिम्मेदार पाए गए लोगों के खिलाफ सख्य कानूनी कार्रवाई करेंगे।