बद्दी (हप्र)। दवाओं का हब कहलाने वाले बद्दी क्षेत्र में नकली दवा निर्माण करने वाली कंपनी का पर्दाफाश हुआ है। राज्य दवा नियंत्रक कार्यालय की टीम ने यहां जांच के बाद कंपनी को सील कर दिया है। जांच में पता चला कि इस कंपनी में फूड लाइसेंस के नाम पर दवाओं का निर्माण किया जा रहा था। राज्य दवा नियंत्रक कार्यालय की टीम ने यह छापामारी की।
जानकारी अनुसार बद्दी के साई मार्ग पर ग्लेनमार्स नाम से रजिस्टर्ड एक फर्म ने फूड लाइसेंस की आड़ में दवाओं का उत्पादन शुरू कर दिया था। इस मामले की शिकायत मिलने के बाद ड्रग कंट्रोलर विभाग की टीम ने यहां दबिश दी और रंगे हाथ दवाओं का उत्पादन करते हुए कुछ लोगों को पकड़ लिया। नकली दवाओं के इस कारोबार में संलिप्त दोनों युवक भाई हैं। दोनों मूल रूप से कानपुर (उत्तर प्रदेश) के निवासी हैं। बहरहाल दवा नियंत्रक कार्यालय की टीम ने कंपनी को सीज कर दिया है। मामला पकड़ में आने पर फार्मा हब बीबीएन में हडक़ंप मच गया। इससे पहले भी नकली दवाओं के उत्पादन का खुलासा हो चुका है। डिप्टी ड्रग कंट्रोलर मुनीष कपूर ने बताया कि बद्दी में एक ग्लेनमार्स नाम की फर्म अंग्रेजी दवाएं बनाने का कार्य कर रही थी। इस कंपनी के पास दवा बनाने का लाइसेंस नहीं था। फिलहाल इस मामले में छानबीन जारी है।