फरीदाबाद। सरकारी अस्पतालों में नर्स और डॉक्टरों की लापरवाही लगातार सामने आ रहे है। बता दें कि एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। एक नर्स ने प्रसव के दौरान महिला की बच्चेदानी में पट्टी का रोल छोड़ दिया। गौरतलब है कि सरकारी अस्पतालों में प्रसव के दौरान महिलाओं को अच्छी सुविधाएं मिल सके इसके लिए सरकार प्रयास कर रही है लेकिन ड्यूटी पर तैनात सरकारी डॉक्टर और नर्स सरकार की नीति को पलीता लगाते हुए नजर आ रहे हैं। ऐसा ही एक मामला बल्लभगढ़ के सेक्टर-3 स्थित सरकारी अस्पताल में देखने को मिला है जहां एक महिला की डिलीवरी के दौरान डॉक्टर और नर्स की लापरवाही सामने आई है। डिलीवरी के बाद डॉ और वहां पर मौजूद नर्सों ने महिला की बच्चेदानी के रास्ते में पट्टी का पूरा रोल ही रखा हुआ छोड़ दिया। जिसके कारण महिला बेहोश हो गई परिजनों ने उसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया तो इस सारे मामले का खुलासा हुआ।
जानकारी के अनुसार 9 फरवरी को धीरज नाम की इस महिला को प्रसव पीड़ा के दौरान सेक्टर तीन स्थित फर्स्ट रेफरल यूनिट में डिलीवरी के लिए दाखिल कराया गया था। वहां पर मौजूद डॉक्टर और नर्सों ने नॉर्मल डिलीवरी होने के बाद महिला के बच्चेदानी के रास्ते पर पूरा पट्टी का रोल रखा हुआ छोड़ दिया। पीड़ित महिला की माने तो डिलीवरी के बाद उसे उसके परिजन घर ले आए लेकिन आज उसकी तबीयत बिगड़ गई और आखिर में वह बाथरूम में बेहोश होकर गिर पड़ी जिसके बाद उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया जहां पर डॉक्टरों ने उसके बच्चेदानी के रास्ते में रखी पट्टी के रोल को निकाला। पीड़ित महिला धीरज और डॉक्टर और नर्सों के खिलाफ कार्यवाही की मांग कर रही है ताकि आगे से किसी महिला के साथ ऐसा ना हो।
वहीं पीड़ित महिला के पति विनोद ने बताया कि उसकी पत्नी डिलीवरी के बाद से ही बीमार होती चली गई और 4 दिन पहले तो बाथरूम में बेहोश पड़ी हुई मिली जिसके बाद उन्होंने उसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया तो वहां जांच के दौरान पता चला कि बच्चेदानी के रास्ते में पट्टी का रोल रखा हुआ है जिसको डॉक्टरों ने बाहर निकाल दिया है, लेकिन उसकी पत्नी को इंफेक्शन फैल गया है। अभी भी उसकी तबीयत खराब है उन्होंने सरकारी अस्पताल के सीएमओ और पुलिस में भी शिकायत दी है ताकि आरोपी डॉक्टर और अन्य स्टाफ के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।