श्री गंगानगर (राजस्थान)। नशीली गोलियां बरामद कर उसे कुरियर के जरिए मंगाने वाले मनोरोग क्लिनिक को सीज कर दिया गया है। यह कार्रवाई चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग और औषधि विभाग की टीम ने संयुक्त रूप से मिलकर की। बरामद की गई नशीली गोलियों की संख्या करीब 60 हजार बताई गई है। जिस अस्पताल के नाम परयह दवाइयां मंगवाई गई थी, वह काफी समय से बंद था। इस मामले में एक कुरियर फर्म की भी भूमिका संदिग्ध मिली है।
यह है मामला
सीएमएचओ डॉ. मनमोहन गुप्ता ने बताया कि एक मुखबिर के जरिए उन्हें सूचना मिली थी। सूचना के आधार पर टीम गठित कर कार्रवाई के आदेश दिए। गठित टीम ने ब्लॉक एरिया स्थित टेक ऑन कॉरियर में दबिश दी। यहां हिंदुमलकोट मनोरोग क्लिनिक के नाम के तीन कार्टून बॉक्स मिले। इन बॉक्स के बिल एवं इन पर रखे मोबाइल नंबर पर संपर्क किया तो उसने खुद को चिकित्सक बताया। उन्होंने जानकारी दी कि वह वर्तमान में मेडिकल कॉलेज विजयवाड़ा में कार्यरत है। उसका एक साल से उक्त फर्म से कोई संबंध नहीं है। उसने बताया कि नरेंद्र खुराना और रमेश सिंह ने फर्जी तरीके से मेरे नाम पर बिल तैयार किए हैं। ये दोनों ही नशे के तौर पर इस्तेमाल होने वाली दवाओं का अवैध कारोबार करते हैं।
क्लिनिक का प्रोविजनल लाइसेंस हो चुका समाप्त
बताया गया है कि इस क्लिनिक का प्रोविजनल लाइसेंस भी समाप्त हो चुका है। जांच में सामने आया कि बिलों पर मैसर्स खुराना मेडिकल एजेंसी फिरोजपुर लिखा हुआ है, वह भी नरेंद्र खुराना की है। इस पर लिखे गए मोबाइल नंबर आदि भी नरेंद्र खुराना के मिले हैं।
दो फर्मों से दवा मंगाने का मामला पकड़ में आया
इसके अलावा, गुजरात से भी दो फर्मों से दवा मंगाये जाने का मामला पकड़ में आया है। इस मामले में नरेंद्र खुराना व रेशम सिंह एवं सप्लायर फर्म जेनिथ हेल्थ केयर अहमदाबाद और वेगा बायोटिक वड़ोदरा के खिलाफ कोतवाली थाने में मामला दर्ज किया गया है।
ये रहे टीम में शामिल
सीएमएचओ डॉ. गुप्ता के निर्देशों पर गठित दो टीमों में टीबी अधिकारी डॉ. गुंजन खूंगर, डॉ. कमलेश, डीसीओ गौरी शंकर, वरिष्ठ सहायक नरेश कुमार एवं अकाउंटेंट सुभाष कुमार शामिल रहे।