करनाल। नशीली दवा की खेप के साथ दो गिरफ्तार किए गए हैं। पुलिस टीम ने स्थानीय दुर्गा कॉलोनी से प्रतिबंधित नशीली टेबलेट और कैप्सूल बरामद किए हैं। इन नशीली दवाओं की कीमत करीब चार लाख रुपये बताई गई है। इन दवाओं की खेप के साथ उत्तर प्रदेश के जिला सहारनपुर और यमुनानगर की सावनपुरी कॉलोनी निवासी दो युवकों को मौके से गिरफ्तार किया गया है। वहीं, एक आरोपी अभी फरार है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ में जुटी है।
यह है मामला
सेक्टर-32-33 थाने के एएसआई उपकार सिंह ने बताया कि उन्हें दुर्गा कॉलोनी की गली नंबर 4 से प्रतिबंधित नशीली दवाओं की सप्लाई व गोदाम में भारी मात्रा में दवाएं होने की सूचना मिली। सूचना के आधार पर उन्होंने पानीपत और कैथल पुलिस के साथ टीम गठित करके गोदाम पर रेड की।
गोदाम पर की छापेमारी
गोदाम में दवाओं की पेटी पर बैठे दो युवक मिले। युवकों ने अपना नाम उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के कुंडा कलां निवासी राकिब अली और दूसरे ने यमुनानगर के सावनपुरी निवासी प्रशांत गर्ग बताया। पुलिस ठीम ने पेटियों को खोलकर दवाओं को देखा। इन पर पर मैन्यूफैक्चर तिथि फरवरी 2023 और एक्सपायरी तिथि जनवरी 2025 अंकित मिली।
दस पेटियों में मिली नशीली दवा
पुलिस को कुल 13 पेटी मौके पर मिली। इनमें से दस पेटियों में करीब तीन लाख रुपये कीमत की नशीली टेबलेट और बाकी तीन पेटी में करीब एक लाख रुपये कीमत के कैप्सूल पाए गए। सभी दवाओं के सैंपल लेने के बाद बाकी को जब्त कर लिया गया। दोनों आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
तीसरा आरोपी पकड़ से बाहर
पुलिस ने बताया कि प्रतिबंधित नशीली दवाओं के इस धंधे में गिरफ्तार राकिब अली और प्रशांत गर्ग के साथ उत्तर प्रदेश के गांव भरी निवासी गोपाल उर्फ शारिक भी शामिल है। तीनों मिलकर हरियाणा समेत आसपास के प्रदेश में नशे का कारोबार करते हैं। गोपाल उर्फ शारिक अभी फरार है।
पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। उनसे सुराग मिलने के बाद तीसरे फरार हुए आरोपी को भी काबू किया जाएगा। आरोपियों से नशीली दवाओं की सप्लाई के संबंध में भी जानकारी ली जाएगी।