जींद जिले के सीआईए सफीदों की टीम ने नशीली दवा मिलाकर बॉडी ग्रो पाउडर तैयार करने के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी एलोपैथ और नशीली दवाओं को पीसकर होम्योपैथिक दवा में मिलाकर पाउडर तैयार करता था।

सीआईए सफीदों को सूचना प्राप्त हुई थी कि वार्ड नंबर 12 असंध (करनाल) का तेजबीर एलोपैथिक और नशीली दवाओं को पीसकर उसे होम्योपैथिक दवा में मिलाकर पाउडर तैयार करता है। उसकी सप्लाई भी करता है। गांव पाजू कलां में अपने किसी रिश्तेदार के मकान पर उसका स्टाक रखा है।

इस सूचना के आधार पर पुलिस ने मौके पर जाकर छापेमारी की। मौके पर पहुंची पुलिस ने पाजू कलां गांव के ऋषि पाल के पशुबाड़े के अंदर जाकर देखा तो कमरे में एक व्यक्ति प्लास्टिक के कट्टों में हाथ मार रहा है। चार गत्ता पेटियों अग्रेजी दवा और बॉडी ग्रो पाउडर की रखी हुई मिली। टीम ने वहां पर मिले व्यक्ति को काबू करके उससे पूछताछ की तो उसने अपना नाम तेजबीर निवासी वार्ड नंबर 12 विकास कालोनी असंध (करनाल) बताया।

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उसी वक्त  मजिस्ट्रेट एईटीओ राजदीप भाटिया को बुलाया गया। वहीं फूड सेफ्टी आफिसर डॉ. गौरव, जिला ड्रग कंट्रोलर विजय राजे व आयुर्वेदिक अधिकारी सफीदों डॉ. कृष्ण मौके पर पहुंचे। सीआईए और डाॅक्टरों की टीम ने वहां की जांच की तो वहां से बॉडी ग्रो पाउडर के कुल 267 डब्बे मिले।

ताकत, सहनशक्ति के लिए बॉडी ग्रो पाउडर, चॉकलेट पाउडर के 263 डब्बे मिले। पुलिस ने प्लास्टिक के कट्टों में जो  दवाइयों के नमूने मिले हैं उसे जांच के लिए एफएसएल की मधुबन लैब भेज दिया। सफीदों थाना पुलिस ने तेजबीर के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।