जोधपुर। राजस्थान धीरे-धीरे नशीली दवाओं का गढ़ बनता जा रहा है. राजधानी जयपुर के बाद अब जोधपुर में 1 करोड़ रुपयों से ज्यादा की नशीली दवायें बरामद की गई हैं। जयपुर में एक दिन पहले करीब साढ़े छह करोड़ से रुपये से अधिक की नशीली दवाओं की खेप पकड़ी गई थी। ये तो बानगी भर है। पंजाब के बॉर्डर से सटे श्रीगंगानगर और उसके पड़ोसी जिले हनुमानगढ़ में नशीली दवाओं की खेप पकड़े जाना अब आम बात हो गई है। इन कार्रवाइयों से साफ है कि राजस्थान में नशा किस कदर अपनी जड़ें जमाता जा रहा है। जानकारी के अनुसार शहर के सरदारपुरा स्थित अमरदीप कॉम्पलेक्स के पास स्वास्थ्य विभाग और ड्रग कंट्रोल विभाग की टीम ने एक गोदाम में छापा मारकर यहां से नशीली दवाइयां का जखीरा जब्त किया है। इन टीमों को यहां से प्रतिबंधित ट्रॉमाडॉल, कोडिंग सिरप और गर्भपात की दवाइयां का बड़ा भंडार मिला। सीएमएचओ डॉ. बलवंत मांडा ने बताया कि शर्मन जोशी व अनिल दत्त जोशी नाम के दो व्यक्तियों यह फर्म बना रखी है। इस फर्म ने यहां पर दवाइयों का गोदाम बना रखा था। छापा मारने के दौरान दोनों मौके से फरार हो गए, लेकिन ड्रग कंट्रोल डिपार्टमेंट ने उनके एक प्रतिनिधि को पकड़कर एक करोड़ रुपयों से अधिक की प्रतिबंधित दवाइयों को जब्त किया है। आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है। उल्लेखनीय है कि पंजाब पुलिस ने राजधानी जयपुर के करणी विहार थाना इलाके के मयूर विहार में छापामार कार्रवाई की थी। पंजाब पुलिस ने वहां एक मकान के बेसमेंट में चल रहे नशे के कारोबार का खुलासा किया था।  पुलिस ने वहां से 10 लाख से ज्यादा अल्प्राजोलम टेबलेट, 80 हजार से ज्यादा कोडीन सिरप और 16 हजार ट्रॉमाडॉल के इंजेक्शन बरामद किए थे। जयपुर में बरामद की गई दवाइयों का बाजार मूल्य करीब 6.5 करोड़ से ज्यादा आंका गया था। वहीं बड़ी संख्या में गर्भपात के काम आने वाले MTP किट भी बरामद किए गये थे।  उनका बाजार मूल्य करीब 4 करोड़ रुपये बताया जा रहा है।