चंडीगढ़: अपने स्वभाव से कड़क छवि दिखाने वाले हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज का जमीन पर असर बेहद फीका है। उनके अपने शहर अंबाला में स्वास्थ्य और ड्रग विभाग लचर है। खुले आम यहां से नशा बाहर बिकने जाता है। नशीली दवाओं और इंजेक्शन की बड़ी खेप यहां से चंडीगढ़ समेत आसपास के दूसरे इलाकों में सप्लाई होती है। यह खुलासा पिछले दिनों राजधानी में नशा बेचते पकड़े गए एक आरोपी से पूछताछ के बाद हुआ। हांलाकि इससे पहले भी चंडीगढ़ पुलिस को जब कोई आरोपी नशीली दवाओं या इंजेक्शन के साथ पकड़ में आता, उसकी सप्लाई का केंद्र अंबाला ही मिलता।

पकड़े गए आरोपी लवप्रीत के पास से 28 ओवर डोज इंजेक्शन भी बरामद हुए। पुलिस आरोपी के पिछले रिकार्ड को खंगाल रही है। साथ ही उसके अड्डों और गैंग में शामिल अन्य आरोपियों के बारे में पूछताछ कर रही है। अपराध शाखा प्रभारी अमनजोत ने बताया कि आरोपी की पहचान सेक्टर-56 निवासी लवप्रीत के रूप में हुई है। पुलिस को नौ दिन पहले आरोपी के बारे में सूचना मिली थी। इसके बाद एक पुलिसकर्मी की ड्यूटी लवप्रीत पर नजर रखने के लिए लगाई गई। शुक्रवार को जब वह अंबाला से इंजेक्शन लेकर चला तो क्राइम ब्रांच की टीम चंडीगढ़ में सतर्क हो गई। इंचार्ज सहित सभी पुलिसकर्मियों के मोबाइल में आरोपी का फोटो सर्कुलेट किया गया। हालांकि, लवप्रीत पुलिस के हाथ शाम को घर जाते हुए लगा। इससे पहले उसने कई जगह पर इंजेक्शन सप्लाई कर दिए थे। इस कारण पुलिस को सिर्फ 28 इंजेक्शन मिले। पुलिस को उम्मीद है कि पूछताछ के बाद दवा के बड़़े गोरखधंधे से परदा उठेगा।

पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह नशे के इंजेक्शन अंबाला से 50 से 80 रुपये में खरीदता था। फिर ट्राईसिटी में 200 से 250 रुपये में बेचता था। वहीं, ओवरडोज ड्रग्स इंजेक्शन 75 से 120 रुपये में खरीदकर ट्राईसिटी में 300 से 350 रुपये बेचता था। इस इंजेक्शन का इस्तेमाल नशे के लिए होता है। चिकित्सकों की मानें तो नशे का हल्का डोज लेने वाले नशेड़ी की इस इंजेक्शन से मौत भी हो सकती है।

आरोपी लवप्रीत का पिछला रिकार्ड खंगाला जा रहा है। हालांकि, अभी तक ट्राईसिटी में उसके खिलाफ किसी तरह का केस नहीं मिला है। पुलिस ट्राईसिटी के सभी थानों में आरोपी की फोटो, नाम और पता भेज रही हैं।

चंडीगढ़ पुलिस शहर में नशीले इंजेक्शन की बिक्री रोकने के लिए पहले भी अंबाला पुलिस से टायअप कर चुकी है। चंडीगढ़ में गिरफ्तार ज्यादातर आरोपी कबूल कर चुके हैं कि वे इंजेक्शन की सस्ती खेप अंबाला से लाते हैं। अंबाला पुलिस ने भी कई फर्जी मेडिकल स्टोर व दवाइयों की आड़ में नशा बेचने वालों को गिरफ्तार कर शिकंजा कसा है।