बड़ौत (बागपत)। नशे के कारोबार में शामिल दो युवकों को गिरफ्तार कर उनके पास से 48 सौ नशे के इंजेक्शन और 54 हजार रुपए नकद बरामद होने का समाचार है। नशे के इंजेक्शन बेचने वाले चार मेडिकल स्टोरों पर भी छापेमारी की गई है। स्वाट टीम प्रभारी उमेश रोरिया ने बताया कि पशु पैठ के पास से आरोपी सौरव ङ्क्षसघल पुत्र धनप्रकाश ङ्क्षसघल, निवासी नया बांस, कोतवाली मुजफ्फरनगर व जावेद पुत्र शौकीन निवासी जौनमाना कोतवाली बड़ौत को गिरफ्तार किया गया। दोनों के पास से पेंटाजोसिन के इंजेक्शन, नकदी व बाइक बरामद की। पूछताछ में आरोपित उमेश रोरिया ने बताया कि सौरव और जावेद को नशे के कारोबार से जुड़े दो लोग गाजियाबाद या नोएडा से इंजेक्शन लाकर देते थे। उसके बाद सौरव और जावेद बागपत जनपद के मेडिकल स्टोरों पर इंजेक्शनों की सप्लाई कर देते थे।
यहां मेडिकल स्टोरों पर इंजेक्शन बिकने के अलावा कालेजों में भी सप्लाई होते थे, जिनका छात्र नशा करने के लिए प्रयोग करते थे। स्वाट प्रभारी ने बताया कि दोनों आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि ज्योति मेडिकल स्टोर और शर्मा मेडिकल स्टोर खेकड़ा, रिया मेडिकल स्टोर और सनुज मेडिकल स्टोर बड़ौत पर नशे के इंजेक्शन सप्लाई करते थे। चारों मेडिकल स्टोरों पर दबिश दी गई, लेकिन आरोपित फरार हो गए। आरोपित सौरव मुजफ्फरनगर और आरोपित जावेद सनुज मेडिकल स्टोर पर काम करता था। इसी दौरान दोनों का संपर्क नशे के इंजेक्शन सप्लाई करने वाले दो लोगों से हो गया। उमेश रोरिया ने बताया कि पेंटाजोसिन इंजेक्शन बेहोश करने में काम आता है, जिसे मेडिकल स्टोरों पर नहीं बेचा जा सकता है। बरामद इंजेक्शन पेंटाजोसिन कंपनी के हैं या इसी नाम से कोई नकली कंपनी बनाई गई है? इसकी जांच की जा रही है। कंपनी में एक इंजेक्शन की कीमत छह रुपए हैं। दोनों आरोपितों ने बताया कि वे एक इंजेक्शन 30 रुपए में खरीदकर मेडिकल स्टोर पर 50 रुपए में बेचते थे। मेडिकल स्टोर से एक इंजेक्शन को 150 रुपये से 200 रुपये के बीच में बेचा जाता था।