रुद्रपुर। एंटी ड्रग्स टास्क फोर्स ने नशे के 150 इंजेक्शनों के साथ एक सप्लायर को गिरफ्तार किया है। पकड़ा गया सप्लायर प्रीत विहार के एक मेडिकल स्टोर में काम करता है और मेडिकल स्टोर से ही नशे के इंजेक्शनों की सप्लाई भी करता था। इस मामले में मेडिकल स्टोर मालिक और उसका भाई फरार चल रहे हैं। फिलहाल टीम ने मेडिकल स्टोर को सीज कर दिया है और दोनों की धरपकड़ में जुटी है।
जानकारी अनुसार कुछ दिन पूर्व एंटी ड्रग्स टास्क फोर्स को प्रीत विहार स्थित एक मेडिकल स्टोर से नशे के इंजेक्शनों की रुद्रपुर और आसपास के क्षेत्रों में सप्लाई होने की सूचना मिली थी। सूचना पर एडीटीएफ प्रभारी एसआई राजेश पांडे ने एसपी सिटी देवेंद्र पींचा और एसपी क्राइम प्रमोद कुमार के नेतृत्व में नशे के एक सप्लायर को चिह्नित कर उसकी धरपकड़ के प्रयास शुरू किए।
मुखबिर से एडीटीएफ प्रभारी को सोनिया होटल के पास नशे के इंजेक्शनों के साथ सप्लायर के होने की सूचना मिली। सूचना पर एडीटीएफ प्रभारी पांडे ने टीम के साथ मौके पर पहुंचकर आशुतोष विद्या मंदिर वाली गली खेड़ा रुद्रपुर निवासी सोनू गंगवार को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से नशे के 150 इंजेक्शन बरामद हुए।
पूछताछ में सोनू ने बताया कि वह एक वर्ष से खेड़ा निवासी किशन गंगवार के प्रीत विहार स्थित हिमालय मेडिकल स्टोर में बतौर कर्मचारी काम करता है। किशन गंगवार और उसके भाई सूरज गंगवार के कहने पर ही नशे के इंजेक्शनों की सप्लाई करता था। एक इंजेक्शन पर उसे 100 रुपये कमीशन मिलता था। सोनू ने यह भी बताया कि हिमालय मेडिकल स्टोर में अभी भी काफी संख्या में नशे के इंजेक्शनों का स्टॉक रखा हुआ है।
एटीडीएफ ने जांच के लिए मेडिकल स्टोर को भी सीज किया है। साथ ही अभियुक्त सोनू ने रुद्रपुर और आसपास के क्षेत्रों में नशे की सप्लाई करने वाले नूर अहमद, आबिद, कलवा, चूंचूं और मुन्ना के नामों का भी खुलासा किया गया है। सोनू को एनडीपीएस एक्ट के तहत जेल दिया गया है। साथ ही किशन, सूरज और अन्य की भी तलाश की जा रही है।