इंदौर। कोरोना संक्रमित मरीज के इलाज के नाम पर छह लाख रुपए का बिल सौंपने का मामला सामने आया है। जिला प्रशासन की समिति ने मामला संज्ञान में आने पर इंदौर के एप्पल हॉस्पिटल को नोटिस जारी किया गया है। जांच में पता चला कि मरीज से रोजाना तीन हजार रुपए यूनिवर्सल प्रोटेक्शन के नाम पर लिए गए। वहां भर्ती सभी मरीजों से यह राशि ली जा रही है। इसके अलावा जांच समिति को जो बिल की कॉपी दी गई, उसमें निजी लैब में करवाई गई कोरोना जांच का उल्लेख नहीं किया गया जबकि मरीज को दिए गए बिल में इसका भी शुल्क जोड़ा गया था। सरकारी और सरकार से अनुबंधित कोविड अस्पतालों के अलावा निजी अस्पतालों में भी मरीजों को इलाज चल रहा है, लेकिन उन्हें वहां इलाज से ज्यादा शुल्क चुकाना पड़ रहा है। इसी व्यवस्था से पीडि़त सागर निवासी व्यक्ति के परिजन ने कलेक्टर को मामले की शिकायत की थी, जिसमें कहा गया था कि 22 दिन तक भर्ती करने के बाद मरीज को छह लाख का बिल दिया गया।