कुशीनगर। निजी अस्पताल में नवजात की मौत होने पर परिजनों ने हंगामा खड़ा कर दिया। सूचना मिलने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची और अस्पताल को सील कर दिया।
यह है मामला
मंसाछापर बाजार में जनता नाम से एक अस्पताल का संचालन किया जा रहा है। जानकारी अनुसार अरनहवा निवासी सुग्रीम की पत्नी खुशी का 30 जून को इस अस्पताल में प्रसव हुआ था। तीन दिन इलाज के बाद जच्चा-बच्चा को घर भेज दिया गया।
अभी तीन दिन पहले बच्चे की तबियत खराब होने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया। शुक्रवार सुबह उन्हें छुट्टी दे दी गई। परिजन बच्चे को लेकर अभी भैरोगंज बाजार के पास पहुंचे थे कि उसकी मौत हो गई। परिजन बच्चे को लेकर पुन: अस्पताल में पहुंचे और हंगामा करने लगे।
बिना रजिसट्रेशन के चल रहा था अस्पताल
हंगामे की सूचना मिलने पर पुलिस और चिकित्साधिकारी डॉ. जीशान अलीम व प्रभारी निरीक्षक ओमप्रकाश तिवारी मौके पर पहुंचे। अस्पताल में कोई डॉक्टर मौजूद नहीं मिला। जांच में पता चला कि अस्पताल का रजिस्ट्रेशन बीते अप्रैल माह में ही समाप्त हो चुका था। इसके चलते एसडीएम के निर्देश पर अस्पताल को सील कर दिया गया।
हैरानी की बात यह है कि ब्लॉक मुख्यालय पर यह अस्पताल चलाया जा रहा है। इसके बावजूद अस्पताल का पंजीकरण खत्म होने और डॉक्टर उपलब्ध न होने के बारे में सीएचसी के जिम्मेदारों को भी जानकारी नहीं थी। इसका पता मासूम की मौत के बाद स्वास्थ्य विीााग की टीम के मौके पर दबिश देने पर ही चला।