रोहतक। हरियाणा के कई जिलों से लगातार लिंग जांच गिरोह का भंडाफोड़ हो रहा है। इससे राज्य का ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं’ का नारा खतरे में पड़ता नजर आ रहा है। कल देर शाम स्वास्थ्य विभाग की पीएनडीटी टीम ने दो दलालों को 15 हजार रुपये के साथ भ्रूण लिंग जांच करते पकड़ा है। टीम ने दिल्ली की टीम के साथ मिलकर गिरोह का भंडा फोड़ा। अल्ट्रासाउंड केंद्र के सीसीटीवी कैमरे डॉक्टर भी रुपये लेते नजर आया है। इनके सभी के खिलाफ पुलिस में शिकायत दे दी गई है।
पीएनडीटी रोहतक नोडल अधिकारी डॉ. विकास सैनी ने बताया कि सिविल सर्जन डॉ. अनिल बिरला को भ्रूण लिंग जांच की जानकारी मिली थी। इसके बाद टीम तैयार की गई। भ्रूण लिंग जांच हरियाणा के नजदीकी राज्यों में कराई जा रही है। इसमें दिल्ली व उत्तर प्रदेश मुख्य हैं। सीमा से लगते क्षेत्र में सक्रिया गिरोह का भंडा फोड़ने के लिए टीम ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत दलालों से संपर्क किया। दलाल ने 45 हजार रुपये में सौदा तय किया। इसके बाद टीम ने एक गर्भवती को तैयार किया।
दलाल ने गर्भवती को खरखौदा बुलाया। इसलिए सोनीपत टीम की भी मदद ली गई। यहां से दलाल गर्भवती को लेकर रोहिणी गया। यहां दलाल वंदना मिली। इसने रुपये लिए और जहांगीरपुरी क्षेत्र में गई। यहां दलाल हुसैन मिला। वह वंदना को वहीं छोड़कर खुद गाड़ी चलात हुए गर्भवती को एसबीआई कॉलोनी माडल टाउन ले गया। यहां बैर पहचान पत्र व दस्तावेज के उसका अल्ट्रासाउंड किया।
दोनों दलालों से 15 हजार रुपये बरामद किए गए। अल्ट्रासाउंड के सीसीटीवी में डॉक्टर सान्याल भी रुपये लेते नजर आ रहे हैं। दिल्ली की टीम में माडल टाउन के एसडीएम राहुल सैनी, पीएनडीएी नोर्थ ईस्ट दिल्ली नोडल आफिसर डॉ. सरिता, सोनीपत से डॉ. आदेश, डॉ. गिन्नी लांबा, रोहतक से डॉ. विशाल चौधरी, डॉ. विकास दांगी, डॉ. विजय, नीरज, जोगेंद्र, दीपक शामिल रहे।