नई दिल्ली। सरकार ने पतंजलि की ओर से मंगलवार को लॉन्च की गई कोविड-19 के इलाज की आयुर्वेदिक दवा ‘कोरोनिल’ के प्रचार पर तुरंत प्रभाव से रोक लगा दी है। आयुष मंत्रालय ने पतंजलि से दवा की डीटेल मांगी है और आदेश दिया है कि इस मामले की जांच होने तक कोविड दवा का प्रचार नहीं करें। मंत्रालय ने कहा है पतंजलि की कथित दवा, औषधि एवं चमत्कारिक उपचार (आपत्तिजनक विज्ञापन) कानून, 1954 के तहत विनियमित है। बता दें कि दवा के लॉन्चिंग के मौके पर पतंजलि के एमडी आचार्य बालकृष्ण ने दावा किया था कि यह दवा 3-14 दिनों के अंदर कोरोना पीडि़त मरीजों का इलाज कर सकेगी। हरिद्वार स्थित पतंजलि योगपीठ में लॉन्चिंग के दौरान बाबा रामदेव ने कहा कि कोरोनिल दवा का जिन कोरोना मरीजों पर ट्रायल किया गया, उनमें 69 फीसदी मरीज केवल तीन दिनों में ही पॉजीटिव से निगेटिव और सात दिन के अंदर 100 फीसदी रोगी संक्रमण से मुक्त हो गए। आचार्य बालकृष्ण के अनुसार इस दवा को और भी प्रभावी बनाने के लिए जड़ी-बूटियों के साथ खनिजों का उपयोग किया गया है। उन्होंने कहा कि कोरोना किट के जरिए भी कोरोना वायरस से बचाव किया जा सकता है। एक कोरोना किट की कीमत सिर्फ 545 रुपये होगी और यह किट 30 दिनों के लिए होगी।