कोटा। राजस्थान मेडिकल सर्विसेज कॉर्पोरेशन (आरएमएससी) ने पानी में नहीं घुलने वाली डायबिटीज की टेबलेट की सप्लाई रोक दी है। इस दवा के सैंपल भी जयपुर मंगवा लिए हैं। मुख्यमंत्री नि:शुल्क दवा योजना के तहत यह दवा सप्लाई की गई थी। आरएमएससी के कार्यकारी निदेशक (क्वालिटी कंट्रोल) ने कोटा के मेडिकल कॉलेज व जिला औषधि भंडार के प्रभारियों को पत्र भेजकर निर्देशित किया है कि ग्लिमेपिराइड, पियोग्लिटाजोन और मेटर्फोमिन हाइड्रोक्लोराइड टेबलेट (ईआर) को फिलहाल होल्ड पर रख लिया जाए, मरीजों को इसका वितरण नहीं हो।
बताया गया है कि कोटा में जिला औषधि भंडार के स्टॉक में करीब 2 हजार टेबलेट थी, जबकि मेडिकल कॉलेज के ड्रग वेयर हाउस में कोई टेबलेट नहीं थी। आरएमएससी ने कोटा जिला औषधि भंडार से दवा के सैंपल भी मंगवाए हैं, जिनकी आरएमएससी के स्तर पर इमपेनल्ड लैब से जांच भी कराई जाएगी। गौरतलब है कि एक मरीज की शिकायत के बाद ड्रग डिपार्टमेंट की टीम ने रामपुरा अस्पताल से इस दवा का सैंपल लिया था और वहां रखे माल को फ्रिज भी करा दिया था। लेकिन, अब उच्च स्तरीय आदेश से पूरे जिले में ही इस दवा का वितरण रोक दिया गया है।