कच्छ (गुजरात)। मुंद्रा सीमा पर प्रतिबंधित ट्रामाडोल की 110 करोड़ रुपये की टैबलेट बरामद की गई है। कस्टम विभाग ने ट्रामाडोल की 68 लाख गोलियां जब्त की, जिनकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 110 करोड़ रुपये आंकी गई है।
इससे पहले 26 लाख ट्रामाडोल की गोलियां जब्त की गई थीं।
उसी निर्यातक से संबंधित एक और शिपिंग बिल की जांच की गई और खेप में अघोषित रॉयल-225 (ट्रामाडोल हाइड्रोक्लोराइड टैबलेट 225 मिलीग्राम) की भारी मात्रा पाई गई।
जांच में पता चला कि ये दवा की पट्टियां पहले जब्त की गई दवाओं से अलग पैटर्न की थीं। इनमें निर्माता की जानकारी भी नहीं थी। अहमदाबाद में एक खाली पड़े गोदाम में की गई जांच में ट्रामाडोल की कुछ और गोलियां मिली हैं और इनकी मात्रा का पता लगाया जा रहा है। कुल मिलाकर ट्रामाडोल की 68 लाख गोलियां जब्त की गई हैं, जिनकी बाजार कीमत लगभग 110 करोड़ रुपये है।
क्या है ट्रामाडोल
ट्रामाडोल एक ओपिओइड दर्द की दवा है, जो एक मनोदैहिक पदार्थ है। ट्रामाडोल का निर्यात एनडीपीएस अधिनियम, 1985 की धारा 8 (सी) के तहत प्रतिबंधित है। इस सिंथेटिक ओपिओइड दवा की नाइजीरिया, घाना आदि अफ्रीकी देशों में भारी मांग है। फिलहाल पूरे मामले की जांच की जा रही है।