कोरबा। अब प्रतिबंधित दवा बेचने पर रोक रहेगी। इस बारे मे मेडिकल स्टोर संचालकों को निर्देश जारी कर दिए हैं। यह निर्णय नशे पर रोक के लिए पुलिस और जिले के दवा दुकानदारों के बीच हुई बैठक में लिया गया है।

यह है मामला

प्रतिबंधित दवा के इस्तेमाल पर रोक लगाने और इस प्रकार के कार्य में लगे लोगों की पहचान करने के लिए पुलिस जुटी है। मेडिकल स्टोर संचालकों के साथ पुलिस ने इस संबंध में बैठक कर चर्चा की।

बता दें कि बीमारियों में पीडि़तों को राहत देने के लिए विभिन्न दवाओं का इस्तेमाल किया जाता है। डॉक्टर की सलाह पर इस प्रकार की दवाएं मरीज इस्तेमाल में लेते हैं। वहीं, सामान्य रोग की स्थिति में लोग अपने हिसाब से भी दवा ले लेते हैं। अनिद्रा, तनाव और चिड़चिड़ापन जैसे मामलों में विशेष तरह की दवाई ली जाती है। देखा गया है कि अक्सर इसकी आड़ में कुछ लोग नशे के लिए इन प्रतिबंधित दवाओं का इस्तेमाल करते हैं।

बैठक में दवा दुकानदारों को दी हिदायत

प्रतिबंधित दवा की को लेकर सरकार के आदेश है कि डॉक्टर की पर्ची पर ही इस प्रकार की दवाएं संबंधित व्यक्ति को दी जानी चाहिए। पुलिस ने भी इस दिशा में मेडिकल स्टोर संचालकों को अपनी भूमिका निभाने के लिए कहा है। दवा व्यवसायियों के साथ बैठक में एडिशनल एसपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि प्रतिबंध दवा देने के लिए जो नियम बने हैं, उनका हर हाल में पालन किया जाए। साथ ही बार-बार इस तरह की दवा खरीदने वालों को चिह्नित भी किया जाए।

गौरतलब है कि कोरबा क्षेत्र में गैर जरूरी दवा को चोरी छुपे बेचने के मामले प्रकाश में आए हैं। जिला प्रशासन की ओर से कुछ दवा दुकानों को सील करने का काम भी किया गया है।