अम्बाला
हाल ही में फरीदाबाद से उपायुक्त के पद पर तैनात अमित अग्रवाल को कमिश्नर एफडीए के पद पर पदोन्नदती प्राप्त हुई। पदासीन होते ही अग्रवाल ने राज्य को नशामुक्त बनाने हेतु रूप रेखा तैयार करनी शुरू कर दी। उनकी पहली नजर दवा व्यवसाईयों पर टिकी। नशे में प्रयोग हो सकने वाली दवाओं पर ध्यान केन्द्रित करतेे राज्य के सभी दवा व्यवसाईयों को फरमान जारी किया कि प्रत्येक माह की 7 तारीक तक अपने -अपने व्यवसाहिक खरीद बिक्री का पूर्ण विवरण जिला औषधि प्रशासन के माध्यम से उनके (कमिश्नर एफडीए) कार्यालयतक पहुंचाएं ताकि नशे के रूप में प्रयोग हो सकने वाली दवाओं के बारे ठोस आंकड़े प्राप्त कर ठोस कार्यवाही को अंजाम देते हुए नशा प्रवृति में उपयोग हो सकने वाली दवाओं पर पूर्ण अंकुश लगाया जा सके। राज्य भर में अभी तक एक दो जिलों को छोड अभी ऐसी किसी नीति की जानकारी किसी दवा व्यवसाई को नहीं है।