भागलपुर। फर्जी डिग्री पर आयुष हेल्थ क्लीनिक चलाने वाले डॉक्टर अनिल भारती को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। कहलगांव के शाहकुमारी पहाड़ का रहने वाला आरोपी 7 सालों से कहलगांव के काजीपुरा रोड और बीरबन्ना में अस्पताल और बगैर लाइसेंस के मेडिकल स्टोर चला रहा था। पुलिस ने उक्त क्लीनिक से 37 तरह की जीवनरक्षक दवाएं, शक्तिवर्धक टॉनिक के अलावा अन्य दवाएं, बीपी इंस्टूमेंट और फर्जी डिग्री बरामद की है। साथ ही दोनों क्लीनिक को सील कर दिया गया है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ फर्जी डिग्री पर अस्पताल और मेडिकल स्टोर चलाने पर एफआईआर दर्ज की है। बताया जाता है कि यह पहले अनुमंडल अस्पताल से रिटायर्ड डॉक्टर एनके सिंह के यहां कंपाउंडरी करता था। इसका पता तब चला, जब पुलिस रंगदारी मामले में दर्ज शिकायत की जांच करने उक्त डॉक्टर के क्लीनिक पर पहुंची। शक होने पर पुलिस ने उसके कागजातों की पड़ताल की तो फर्जीवाड़े की सच्चाई सामने आ गई।
पुलिस ने अनुमंडल अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. लखन मुर्मू को इसकी जानकारी। इसके बाद मौके पर पहुंची टीम ने डॉक्टर की डिग्री और मेडिकल स्टोर के लाइसेंस की जांच की तो सब फर्जी निकला। इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया और उसके दूसरे क्लीनिक पर भी दबिश दी। वहां से पुलिस ने कागजात और दवाएं बरामद की है।  कहलगांव अनुमंडल अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर लखन मुर्मू ने बताया कि उक्त डॉक्टर न रोगी देखने के लिए वैध है और न ही दवा बेचने के लिए। जो प्रमाण-पत्र मिले हैं, वह किसी भी प्रकार से क्लीनिक चलाने, रोगी देखने और दवा बेचने के लिए वैध नहीं हैं। उसके पास मिले कागजात पूरी तरह से फर्जी हैं। यही नहीं, बरामद दवाएं भी नकली लग रही हैं। इसकी जांच कराई जाएगी।