फतेहाबाद। दर्द निवारक व जीवनरक्षक दवाओं का नशे के रूप में इस्तेमाल रोकने के लिए जिला प्रशासन ने कैमिस्ट एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में उपायुक्त डॉ. जेके आभीर व पुलिस अधीक्षक दीपक सहारण ने बिना डॉक्टरी सलाह व पर्ची के शेड्यूल एच-1 दवाओं की बिक्री किसी भी हाल में न करने के निर्देश दिए। इसके अलावा मेडिकल हाल संचालकों को दवाओं का पूरा लेखा-जोखा रखने के भी निर्देश दिए।
गौरतलब है कि जिला प्रशासन को ऐसी शिकायतें मिल रही है जिनमें कफ सिरप, दर्दनिवारक दवा आदि (शेड्यूल एच-1) का इस्तेमाल नशे के तौर पर किया जा रहा है। मेडिकल हाल संचालकों को बताया गया कि कोई भी दवा विक्रेता बिना पर्ची के प्रतिबंधित दवाइयों को बेचते हुए पाया गया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। दवा विक्रेताओं को प्रतिबंधित दवाओं से जुड़ी जानकारी मसलन डॉक्टर का नाम, मरीज का नाम और दवा की डोज आदि का ब्योरा भी रखना होगा। पुलिस और स्वास्थ्य विभाग को समय-समय पर दवा विक्रेताओं के बिक्री रजिस्टर को जांच के निर्देश भी दिए।
उपायुक्त डॉ. जेके आभीर ने बताया कि जिला में नशे के विरूद्ध सघन अभियान चलाया जा रहा है। ऐसे में मेडिकल हाल संचालकों को भी इस अभियान में तमाम नियमों का पालन करते हुए प्रशासन को सहयोग करना चाहिए। इस संबंध में जानकारों की एक टीम का भी गठन किया गया है जो झोलाछाप डॉक्टरों की धरपकड़ तथा मेडिकल हाल की नियमित जांच करेंगे। पुलिस अधीक्षक दीपक सहारण ने कहा कि मेडिकल हाल संचालक युवाओं को सीरिंज की भी बिक्री ना करें क्योंकि अकेले सीरिंंज लेने वाले युवा अक्सर इनका इस्तेमाल नशा लेने के लिए करते हंै। बैठक में सीएमओ डॉ. मनीष बंसल, डीएसपी जगदीश काजला, डॉ. धर्मपाल पूनिया, ड्रग कंट्रोलर राकेश कुमार, डॉ. हनुमान सिंह सहित कैमिस्ट एसोसिएशन के पदाधिकारीगण मौजूद रहे।