मुंबई। फर्जी डॉक्टर को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। बताया गया है कि मरीज की हत्या करने का आरोपी अपनी पत्नी की बैचलर ऑफ यूनानी मेडिसिन एंड सर्जरी (बीयूएमएस) की डिग्री का इस्तेमाल कर मरीजों का इलाज कर रहा था। आरोपी को अदालत में पेश किया गया, जहां उसे पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।

यह है मामला

मालवानी पुलिस के अनुसार बीते साल मुलुंड में गलत इलाज के कारण एक मरीज की मौत हो गई थी। बांद्रा निवासी आरोपी डॉक्टर इस मामले में वांछित था। अपराध शाखा के अधिकारियों को फर्जी डॉक्टर के बारे में सूचना मिली। पुलिस अधिकारियों ने बृहन्मुंबई नगर निगम के मलाड में पीनॉर्थ वार्ड के चिकित्सा अधिकारी को मालवानी में उनके क्लिनिक में औचक जांच करने के लिए कहा।

मेडिकल ऑफिसर महमूद हुसैन खान (39) के साथ टीम मालवानी में गेट नंबर 7 के पास खान एस्टेट पहुंची। उन्होंने अजीज पॉली क्लिनिक नाम से एक क्लिनिक देखा। इसे वेदांत मेडिकल स्टोर के पीछे चलाया जा रहा था। अधिकारियों को क्लिनिक में मौके पर छह मरीज बैठे मिले, जो जांच के लिए डॉक्टर का इंतजार कर रहे थे। सभी छह मरीज मालवणी के रहने वाले थे। केबिन के अंदर आरोपी परवेज अब्दुल अजीज शेख को स्टेथोस्कोप पहने हुए और दुकान के मालिक और मालवानी के निवासी अब्दुल अजीज अंसारी 65 नामक एक व्यक्ति को इंजेक्शन लगाते हुए पाया। पूछताछ करने पर अंसारी ने चिकित्सा अधिकारी को बताया कि वह अस्थमा से पीडि़त है और कुछ दिनों से इलाज के लिए शेख के पास आ रहा था।

अधिकारी के मांगने पर शेख अपनी डिग्री और मेडिसिन प्रैक्टिस करने का लाइसेंस नहीं दिखा पाया। उन्होंने कहा कि शेख की पत्नी साजिया साहब अली के पास बीयूएमएस की डिग्री थी। क्लिनिक की तलाशी लेने पर चिकित्सा अधिकारी और पुलिस को कई दवाएं मिलीं, जिन्हें बिना लाइसेंस के रखने की अनुमति नहीं थी।

पुलिस ने आरोपी शेख को धोखाधड़ी और महाराष्ट्र मेडिकल प्रैक्टिशनर्स अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत गिरफ्तार कर लिया। साथ ही उसकी पत्नी को जांच के लिए पुलिस के सामने उपस्थित होने के लिए नोटिस भेजा है।

आरोपी को जेल भेजा

पुलिस ने खुलासा किया कि शेख मुलुंड में एक अन्य मामले में वांछित था। जहां 2023 में शेख द्वारा दिए गए गलत इलाज के कारण एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई थी। शेख पर धारा 420, 419, 416 के तहत हत्या, हत्या के प्रयास और जालसाजी, प्रतिरूपण का आरोप लगाया गया था। आरोपी के खिलाफ शहर भर में चिकित्सकीय लापरवाही के मामले दर्ज हैं। आरोपी को अदालत में पेश किया गया, जहां उसे पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।