नई दिल्ली। नारायणा गांव स्थित गोपाल डेरी के पास वेस्ट दिल्ली क्लीनिक के संचालक एसएम खान को पकड़ा गया। उसके पास न कोई मेडिकल डिग्री मिली है और ना ही कोई सर्टिफिकेट। वह फर्जी डॉक्टरके रूप में मरीजों को 1950 रुपये में किडनी और लिवर टेस्ट करता था। जांच के बाद क्लीनिक को सील कर दिया गया है। वहीं छापेमारी की भनक पाकर पांच अन्य फर्जी डॉक्टर क्लीनिक बंद कर फरार हो गए।
दिल्ली पुलिस, स्वास्थ्य विभाग, दिल्ली मेडिकल काउंसिल, दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन, होम्योपैथी और डेंटल काउंसिल की संयुक्त टीम ने नारायणा गांव में छापेमारी की। टीम का नेतृत्व कर रहे डॉ. अनिल बंसल ने बताया कि पिछले काफी समय से इलाके में झोलाछाप डॉक्टरों की शिकायतें मिल रही थीं। करीब आठ महीने बाद एक बार फिर राजधानी में झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई हुई है। नारायणा गांव स्थित गोपाल डेरी के पास वेस्ट दिल्ली क्लिनिक चलाने वाले एसएम खान को पकड़ा गया। उसके क्लीनिक से काफी मात्रा में स्टेरॉयड सहित नशीली दवाएं मिलीं हैं। इनमें से कई एक साल पहले ही एक्सपायर हो चुकी हैं। उसका क्लीनिक सील कर दिया गया है। जबकि अन्य पांचों डॉक्टरों के क्लीनिक पर नोटिस चस्पा कर दिया है। डॉ. बसंल ने बताया कि दिल्ली में झोलाछाप डॉक्टरों की तादाद बढऩे लगी है। डेंगू और चिकनगुनिया की आड़ में इनका व्यापार तेजी से फैल रहा है। उन्होंने लोगों से फर्जी डॉक्टरों की सूचना देने की अपील की है।