मांडा। स्वास्थ्य टीम की ओर से बांटी गई फाइलेरिया की दवा खाने से एक महिला व उसके तीन बच्चे बीमार हो गए। चारों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सीएचसी की 181 टीम फाइलेरिया उन्मूलन के तहत गांवों में दवा वितरण का काम पिछले चार दिनों से कर रही है। दोहथा गांव में आशा बहू कौशल्या देवी और आंगनबाड़ी आशा देवी ने गांव के शिवबाबू केशरी की पत्नी गुड़िया (30) और उनके बच्चों अमन (4), अनामिका (3) और अंशिका (2) को फाइलेरिया की दवा शुक्रवार को दी।
रात में चारों के दवा खाते ही शरीर पर चकत्ते निकल आए। घबड़ाहट होने लगी और चेहरे काले होने लगे। परिजनों ने चारों को कोरांव स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया। साथ ही मामले की जानकारी कोरांव तहसील प्रशासन को दे दी है। सीएचसी मांडा के अधीक्षक डॉ. सुरेश सोनकर ने बताया कि उनको मामले की जानकारी नहीं है, हालांकि किसी-किसी पर दवा का दुष्प्रभाव होता है। उन्होंने अपने स्तर से मामले की जांच का आश्वासन दिया है।
इस मामले में सीएमओ डॉ. प्रभाकर राय ने कहा कि दवा का दुष्प्रभाव पूरे परिवार को एक साथ हो जाए, यह नहीं हो सकता। फिर भी यदि दिक्कत हुई है तो सीएचसी प्रभारी से बात कर एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा और उचित इलाज किया जाएगा।