हरिद्वार। लिब्बरहेड़ी में फार्मा कंपनी पर छापामारी की गई है। इस दौरान कंपनी में दवा निर्माण में बड़ी खामियां मिलीं। टीम ने दवा कंपनी के उत्पादन पर रोक लगा दी। साथ ही टीम ने चार दवाओं के सैंपल लिए हैं।

यह है मामला

ड्रग विभाग और सीडीएससीओ की टीम ने एक दवा कंपनी में छापा मारकर बारीकी से जांच की। इस दौरान कंपनी में दवा निर्माण में बड़ी खामियां मिलीं। टीम ने दवा कंपनी के उत्पादन पर रोक लगा दी। साथ ही, चार दवाओं के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे हैं। जांच रिपोर्ट में गड़बड़ी मिलने पर कंपनी के लाइसेंस को कैंसिल करने की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

गौरतलब है कि सरकार के निर्देश पर हरिद्वार जिले में ड्रग विभाग और सीडीएससीओ विभाग की टीम संयुक्त रूप से दवा कंपनियों की जांच में जुटी हंै। इसी क्रम में मंगलवार शाम ड्रग इंस्पेक्टर अनीता भारती और एडीसी डॉ. सुधीर कुमार के नेतृत्व में टीम ने मंगलौर क्षेत्र के लिब्बरहेड़ी स्थित एक दवा कंपनी में छापामारी की। टीम ने कंपनी में बन रही दवाओं की बारीकी से जांच की।

बिना आरओ के पानी से दवा का निर्माण

टीम ने दवा बनाने वाले उपकरणों और लैब की भी जांच की। इस दौरान टीम को साफ-सफाई व्यवस्था दुरुस्त न मिलने और बिना आरओ के पानी से दवा बनाने समेत टेक्निकल स्टाफ में भी भारी खामियां मिलीं। इस पर टीम ने दवा उत्पादन पर पूरी तरह से रोक लगा दी। वहीं,चार दवाओं के सैंपल लेकर जांच को भेज दिए।

दवा उत्पादन पर लगाई रोक

फार्मा कंपनी

ड्रग इंस्पेक्टर हरिद्वार अनीता भारती ने बताया कि कंपनी में दवा बनाने में कई खामियां मिली हैं। दवाओं का सही से रखरखाव नहीं था। बिना आरओ के पानी से दवा बनाई जा रही थी। खामियां मिलने पर दवा कंपनी के उत्पादन पर रोक लगा दी गई है। चार दवाओं के सैंपल भी लिए हैं। जांच रिपोर्ट में गड़बड़ी मिली तो कंपनी का लाइसेंस कैंसिल किया जाएगा।