मुंबई। फिटनेस स्टोर पर छापामारी कर स्टेरॉयड से लेकर फिटनेस फ्रैक तक बेचने का मामला पकड़ा है। यह कार्रवाई पुलिस से जुड़ी एंटी-नारकोटिक्स सेल (एएनसी) की एक टीम ने खाद्य और औषधि प्राधिकरण (एफडीए) की ठाणे इकाई के अधिकारियों के साथ मिलकर की। मीरा रोड पर एक फिटनेस स्टोर में फिटेस बनाने की दवाओं का अवैध भंडारण किया हुआ था।

मेफेन्टरमाइन सल्फेट इंजेक्शन की 11 बोतलें जब्त

मीरा रोड के बेवर्ली पार्क क्षेत्र में स्थित एक फिटनेस स्टोर से दवाओं के दुरुपयोग को लेकर यह कार्रवाई की गई। पुलिस इंस्पेक्टर अमर पराठे और पीएसआई घाडगे के नेतृत्व में टीम ने साराओगी एवेन्यू बिल्डिंग में संचालित होने वाले K5 फिटनेस एंड वेलनेस स्टोर पर छापा मारा। मौके पर मेफेन्टरमाइन सल्फेट इंजेक्शन (30 एमएल) की 11 बोतलें जब्त कीं।

आरोपी की पहचान कन्हैया कनौजिया के रूप में हुई। वा दवा की कालाबाजारी में शामिल था। टीम के मांगने पर आरोपी ऐसे स्टॉक रखने के वैध दस्तावेज पेश नहीं कर पाया। इन दवाओं को एफडीए ने जब्त कर आरोपी कनौजिया को गिरफ्तार कर लिया।

आदतन अपराधी है आरोपी

फिटनेस स्टोर

पूछताछ के बाद पता चला कि कनौजिया एक आदतन अपराधी है। उस पर पहले नवंबर, 2022 में इसी तरह के अपराध में शामिल होने के लिए मामला दर्ज किया गया था। गौरतलब है कि तेजी से मांसपेशियां बनाने के कारण मेफेनटर्मिन जैसी चिकित्सीय दवाओं का अवैध उपयोग हो रहा है।

कई व्यायामशालाएँ और फिटनेस स्टोर पुलिस के रडार पर हैं। एफडीए अधिकारी ने बताया कि ऐसी दवाएं डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन के बिना ओवर-द-काउंटर नहीं बेची जा सकती है। इसे बिना लाइसेंस वाले स्रोत से भी नहीं खरीदा जा सकता है। उनहोंने बताया कि स्टेरॉयड का दुरुपयोग महत्वपूर्ण अंगों को नुकसान पहुंचा सकता है।