चंडीगढ़। 2.43 करोड़ रुपए के गबन मामले में फूड इंस्पेक्टर कपिल देव को जेल भेज दिया गया है। इनकी गिरफ्तारी हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने की थी। कपिल देव खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक विभाग में फूड इंस्पेक्टर के पद पर हैं। सोमवार को कपिल देव को न्यायालय में पेश किया गया। कोर्ट ने उन्हें न्यायायिक हिरासत में भेजने के आदेश पारित किए। बता दें कि कपिल देव पर 5000 रुपए की राशि का इनाम था ।

6165 क्विंटल गेहूं गोदाम में हुआ खराब

एंटी करप्शन ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि आरोपी कपिल देव वर्ष 2019 से लेकर 2021 तक जिला असंध में खाद्य एवं पूर्ति नियंत्रक विभाग में इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत था। इस अवधि के दौरान 6165 क्विंटल गेहूं गोदाम में सडक़र खराब हो गया। इसे एफसीआई द्वारा भी अनफिट घोषित किया गया। इसके अलावा, आरोपी कपिल देव द्वारा एफसीआई को गेहूं की सप्लाई कम करने के भी आरोप है।

92 लाख रुपए प्रॉपर्टी में निवेश किए

पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि उसने 92 लाख रुपए प्रॉपर्टी में निवेश किए थे। सभी आवश्यक दस्तावेजों को जब्त कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है। आरोपी के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज करते हुए मामले की जांच की जा रही है।

5000 रुपए का इनाम था आरोपी पर

इस मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो की करनाल यूनिट द्वारा आरोपी कपिल देव पर 5000 का इनाम भी रखा गया था। एसटीएफ टीम तथा हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो ने मिलकर 2 दिसंबर को आरोपी को पकड़ा। इसके बाद आरोपी कपिल देव को एक दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया। सोमवार को आरोपी को न्यायालय में पेश किया। न्यायालय ने आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया।