जमशेदपुर। झारखंड के जमशेदपुर से हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है। भारत में अगर किसी दवा का सबसे ज्यादा इस्तेमाल होता है तो वो शायद पैरासिटामॉल होगी। ऐसे में अब खबर आ रही है कि बाजार में जो पैरासिटामॉल बिक रही है वो नकली है।
देश में लोग थोड़ी सी सर्दी-जुकाम होने पर तत्काल दवा दुकान से खरीदकर पैरासिटामॉल लेकर आते है। आमतौर पर घरों में ये दवा वैसे भी मिल ही जाती है। ऐसे में अगर दवा नकली है तो ये आपकी सेहत के लिए हानिकारक साबित हो सकती है।
मिली जानकारी के अनुसार, देश के कई राज्यों में पैरासिटामॉल का सैंपल फेल होने के बाद पूर्वी सिंहभूम जिले में भी इसे लेकर सवाल उठने लगे हैं। औषधि विभाग ने इसकी जांच-पड़ताल शुरू कर दी है। शहर की करीब आधे दर्जन दवा दुकानों से अलग-अलग कंपनियों द्वारा निर्मित पैरासिटामॉल के नमूने जब्त किए गए हैं। इसका नमूना जांच के लिए कोलकाता लैब भेजा जाएगा।
पिछले दिनों देशभर में बिकने वाली खांसी, जुकाम, डायरिया, इंफेक्शन, पेटदर्द, सिरदर्द सहित अन्य रोगों के लिए इस्तेमाल होने वाली 30 दवाओं के सैंपल फेल पाए गए हैं। इनमें पैरासिटामॉल भी शामिल है। इन दवाओं का पूरा बैच सेंट्रल स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (सीडीएससीओ) ने सभी राज्यों से वापस मांगा है। वहीं पैरासिटामॉल को लेकर नई खबरे सामने आ रही है।
बढ़ते ठंड की वजह से सर्दी-खांसी, जुकाम, वायरल फीवर सहित अन्य मरीजों में तेजी से इजाफा हुई है। ऐसे में मरीज बिना डॉक्टरी सलाह के पैरासिटामॉल धड़ाधड़ खा रहे हैं। आप सभी से अपील है कि डॉक्टर से सलाह के बाद ही कोई दवा ले।