जींद। शहर में फर्जी लोगों की कमी नहीं है लेकिन अगर कोई डॉक्टर की डिग्री ही फर्जी हो तो लोगों की जान पर भी बन सकती है। ऐसा ही एक मामला जींद शहर के नामी हॉस्पिटल गरिमा का है। शहर के भिवानी रोड स्थित गरिमा क्लीनिक के फर्जी डॉक्टर पर शिकायत दर्ज हुई है।

हॉस्पिटल का फर्जी डॉक्टर अनिल पिछले कई सालों से लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहा है। वह खुद को एमबीबीएस डॉक्टर बता कई वर्षों से नकली डिग्री की दम पर प्रैक्टिस कर रहा था। पुलिस के पास पहुंची शिकायत पर उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। जींद पुलिस को एक शिकायत मिली थी। इस शिकायत में कहा गया था कि भिवानी रोड पर गरिमा क्लीनिक में कोई चिकित्सक नहीं है। स्वयं हस्पताल का संचालक अनिल लोगों का इलाज कर रहा है जबकि उसके पास कोई वैध डिग्री भी नहीं है। डॉक्टरी तो दूर की बात है उसके पास दवाइयाँ बेचने के लिए कोई ड्रग लाइसेंस तक नहीं है। लेकिन अनिल कुमार अपने क्लीनिक में मरीजों को देखता है व ईलाज करता है तथा दाखिल भी करता है। शिकायत में कहा गया है कि  फर्जी डॉक्टर अपने हस्पताल में मल्टीडोज वाईल्स से मरीजों का ईलाज करता है जिससे विभिन्न बीमारियों के लगने का भी भय है। वह मरीजों की जान को जोखिम में डालता है तथा ईलाज के ऐवज में मोटी रकम वसूलकर धोखधडी कर रहा है। यह कानून के खिलाफ तो है ही साथ ही लोगों की जान से खिलवाड़ भी है। अभी पुलिस ने कोई कार्रवाई शुरू नहीं की है।

गौरतलब है कि पिछले महीने भी गरिमा हॉस्पिटल पर छापा पड़ा था और उसे सील किया गया था। रेड के दौरान क्लीनिक में न तो कोई चिकित्सक मिला था और न ही अस्पताल के संचालक अनिल कुमार टीम को अपने पास मैडिकल प्रैक्टिस को कोई डिग्री या डिप्लोमा आदि दिखा पाए थे । जांच दौरान अस्पताल दौरान अस्पताल संचालक अनिल कुमार ने कहा था कि वह स्वयं प्रैक्टिस नहीं करता। उसने एक बीएएमएस डॉक्टर को हायर किया हुआ है। लेकिन वह अपनी सभी डिग्रियां नहीं दिखा पाया था। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने क्लीनिक को सील कर दिया था।