फतेहाबाद। हरियाणा में मुख्यमंत्री उड़नदस्ता एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम ने फतेहाबाद के भूना के पुरानी जनता धर्मशाला में चल रहे दंत अस्पताल के संचालक को हिरासत में लिया। बतादें कि भूना के थानाध्यक्ष – कपिल सिहाग ने बताया कि संजय दांतों के अस्पताल के संचालक संजय के खिलाफ धारा 336 व 420 एवं इंडियन मेडिकल काउंसिलिंग एक्ट 1956 की धारा 15-2/15-3 के अंतर्गत कानूनी कार्रवाई की गई है।

दरअसल टीम दांतों के अस्पताल के चिकित्सक संजय से प्रेक्टिस करने के लिए प्रमाण पत्र मांगा तो वह न तो प्रमाण-पत्र दिखा पाया और न ही दवाइयों से संबंधित खरीद-बिक्री का कोई रिकॉर्ड पेश कर पाया। पुलिस ने पीएचसी भिरडाना के दंत चिकित्सक डॉ. घनश्याम की शिकायत पर संजय के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत कानूनी कार्रवाई की है। मुख्यमंत्री उड़नदस्ते के इंस्पेक्टर दुष्यंत सिंह और औषधि नियंत्रण अधिकारी रजनीश धारीवाल ने बताया कि उन्हें भूना में कई दंत चिकित्सकों की शिकायत मिली थी। शिकायत में बताया गया था कि भूना में दांतों के अस्पताल चलाने वाले झोलाछाप स्वयंभू डॉक्टर लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।

इनके पास किसी भी प्रकार का कोई मेडिकल प्रमाण पत्र नहीं है। इसलिए कार्रवाई करने को मंगलवार को टीम गठित की गई, जिसमें इंस्पेक्टर दुष्यंत सिंह, औषधि नियंत्रण अधिकारी रजनीश धारीवाल, फतेहाबाद के दंत चिकित्सक डॉ. कमल बेनीवाल, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खेरातीखेड़ा के दंत चिकित्सक डॉ. महावीर सिंह और एमओ रणधीर सिंह शामिल रहे। यह टीम भूना एसएचओ कपिल सिहाग से पुलिस सहायता लेकर संजय दांतों के अस्पताल पर पहुंची। संजय मौके पर ही मिला। टीम ने अस्पताल संचालक संजय से प्रेक्टिस करने का प्रमाण पत्र दिखाने को कहा तो संजय के पास कोई भी दस्तावेज नहीं मिले।