जयपुर। औषधि नियंत्रक विभाग ने निर्माण का लाइसेंस लिए बिना सेनेटाइजर बना रही एक फर्म पर रेड की। मौके से टीम ने फर्म की मशीनें और बोतलें जब्त की हैं। औषधि नियंत्रक दिवाकर पटेल के निर्देशन में पांच औषधि नियंत्रण अधिकारी की टीम ने वीकेआई में अंकित फार्मूलेशन फर्म पर छापा मारा। औषधि नियंत्रक दिवाकर पटेल ने बताया कि फर्म संचालक के पास फूड और ड्रग लाइसेंस था, लेकिन मैन्यूफेक्चरिंग का लाइसेंस नहीं था। इसके बावजूद वह सेनेटाइजर बना रहा था। औषधि नियंत्रण अधिकारी सिंधू शर्मा ने बताया कि फर्म संचालक ऑर्डर लेकर ही सेनेटाइजर बनाता था। फर्म संचालक विकास खंडेलवाल को कोर्ट में पेश किया जाएगा।बताया जा रहा है कि विभाग के एक अधिकारी ने अपने उच्चाधिकारी को बिना सूचित किए टीम भेजकर फर्म पर कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति की थी। टीम ने सिर्फ सैम्पल लेकर बात खत्म कर दी। इस बात की सूचना जब विभाग के उच्चाधिकारी को लगी तो उसने पांच औषधि नियंत्रण अधिकारियों की टीम को कार्रवाई करने भेजा। टीम ने फर्म से सामान जब्त किया।
औषधि नियंत्रक दिवाकर पटेल ने बताया कि विभाग के ही एक अधिकारी को कार्रवाई से पहले उच्चाधिकारी को सूचित कर अनुमति लेनी चाहिए थी। लेकिन हमें बताया ही नहीं। सरकार यदि पूछेगी तो वस्तुस्थिति से अवगत करवाया जाएगा।