Ultrasound Sealed: बिहार में स्वास्थ्य विभाग ने इन दिनों तमाम जिलों में मौजूद अवैध अल्ट्रासाउंड सेंटर्स और अवैध नर्सिंग होम के खिलाफ सख्ती दिखानी शुरु कर दी है। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम मिलकर इन अवैध अल्ट्रासाउंड सेंटर और नर्सिंग होम के खिलाफ कार्रवाही कर रही है। इसी कड़ी में कार्रवाही करते हुए मुजफ्फरपुर के 28 अवैध अल्ट्रासाउंड सेंटर्स को सील (Ultrasound Sealed) किया गया है।
मुजफ्फरपुर के 28 अवैध अल्ट्रासाउंड सेंटर सील (Ultrasound Sealed)
मुजफ्फरपुर जिले के 28 अल्ट्रासाउंड सेंटर्स पर छापेमारी करते हुए उनको सील किया गया है। मुजफ्फरपुर जिले के प्रभारी जिला अधिकारी सह उप विकास आयुक्त आशुतोष द्विवेदी के आदेश पर गठित जांच टीम ने सोमवार की शाम मुशहरी प्रखंड क्षेत्र के तीन अल्ट्रासाउंड सेंटर पर छापेमारी की गई। प्रखंड चौक स्थित विनायक अल्ट्रासाउंड भी बंद मिला। उसके बाद मुशहरी पीएचसी के सामने जनकल्याण अल्ट्रासाउंड सह पैथोलॉजी सेंटर पर छापेमारी की गई। टीम को देखते ही सेंटर का संचालक फरार हो गया। सेंटर ओर एक कर्मी मिला। जिसने कागजात दिखाया। मौके से जांच टीम ने एक रजिस्टर जब्त किया। एक रजिस्टर में मरीज को लाने वाले में ज्यादा आशा कार्यकर्ता का हस्ताक्षर पाया गया। एक रजिस्टर पर सिविल सर्जन का हस्ताक्षर संदिग्ध पाया गया। जनकल्याण अल्ट्रासाउंड सेंटर को सील किया गया।
अररिया में 13 अवैध अल्ट्रासाउंड सेंटर सील
वहीं अररिया के डीएम के निर्देश पर एसडीओ, एसडीपीओ व स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सोमवार की शाम छापेमारी करते हुए शहर के 13 अवैध अल्ट्रासउंड सेंटर्स को सील कर दिया। कई एक्स-रे, पैथोलॉजी, अल्ट्रासाउंड लैब संचालक अपने प्रतिष्ठान में तालाबंदी कर फरार हो गए। इसके बावजूद भी छापेमारी टीम ने शहर के 13 लैब को सील कर दिया।
एक हजार लड़कों की तुलना में 900 से कम लड़कियां
नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे 2019-20 के अनुसार राज्य के 19 जिलों में एक हजार लड़कों की तुलना में लड़कियों की संख्या 900 से भी कम है। ये जिले अररिया, अरवल, औरंगाबाद, भागलपुर, भोजपुर, बक्सर, दरभंगा, गया, कटिहार, लखीसराय, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, नवादा, पश्चिमी चम्पारण, पूर्वी चम्पारण, समस्तीपुर, सारण, शेखपुरा और सुपौल हैं। इन जिलों में अवैध अल्ट्रासाउंड सेंटरों में अवैध कार्यों को अंजाम दिया जा रहा है। जन्म से पहले ही जांच के जरिए ये बता दिया जाता है कि लड़का है या लड़की। पेट में लड़की पल रही है ये जानने के बाद लोग कन्या भ्रूण हत्या को अंजाम दे रहे हैं। ऐसे में सरकार के द्वारा इन अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर नकेल कसना जरुरी हो गया है।
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बता दें कि आलोक में मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत और स्वास्थ्य सचिव सह राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह के साथ उपरोक्त 19 जिलों के जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से समीक्षा बैठक की। इसमें तय हुआ कि इन 19 जिलों में चल रहे सभी अल्ट्रासाउंड सेंटरों की जांच की जाये।