बिहार: बिहार स्वास्थ्य विभाग की एक बार फिर से बड़ी लापरवाही सामने आयी है। यहां पर एक कुंवारे लड़के के हाइड्रोसील के ऑपरेशन करने की जगह डॉक्टरों ने उसकी नसबंदी कर डाली। ये पूरा मामला कैमूर के  जिले के चैनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का है।

बिहार स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही 

बिहार स्वास्थ्य विभाग की इस लापरवाही ने हर किसी को हैरानी में डाल दिया है। कैमूर के चैनपुर के जगरिया गांव निवासी रामदहीन सिंह यादव का बेटा मनका यादव को हाइड्रोसील की बीमारी थी। इसके बढ़ते आकार के कारण वो परेशान था। गांव की आशा कार्यकर्ता के सुझाव पर मनका यादव हाइड्रोसील का ऑपरेशन कराने के लिए चैनपुर अस्पताल में भर्ती हुआ था। अस्पताल में मनका यादव को ऑपरेशन के लिए ले गए लेकिन वहां हाइड्रोसील की जगह युवक की नसबंदी कर दी गई। जब इस बात की जानकारी परिवार को लगी तो उनके होश उड़ गए। परिवार को चिंता सता रही है कि बेटे की शादी भी नहीं हुई है नसबंदी के बाद अब उससे कौन लड़की शादी करेगी।

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परिवार के पास इलाज के पैसे नहीं 

पीड़ित परिवार का कहना है कि उनके बेटे के ऑपरेशन करने के बाद डॉक्टर ने मरीज और परिजनों से कहा कि हमने नसबंदी का ऑपरेशन कर दिए हैं हाइड्रोसील का ऑपरेशन कराने के लिए किसी प्राइवेट अस्पताल में पैसा है तो लेकर जाओ। पीड़ित परिवार गरीब है इसलिए प्राइवेट अस्पताल में ऑपरेशन करवाने के लिए उनके पास पैसे नहीं थे। इसलिए आशा के सहयोग से सरकारी अस्पताल में हाइड्रोसील का ऑपरेशन कराना चाहता था, लेकिन वहां युवक की नसबंदी ही कर दी गई। परिवार ने बताया कि ऑपरेशन करने के बाद इस बात की हम लोगों को जानकारी दी गई है। आपरेशन से पहले हम में से किसी से भी पूछा तक नहीं गया था।

युवक ने कहा मेरी कैसी होगी शादी 

पीड़ित युवक मनका ने कहा कि मेरा हाइड्रोसिल बढ़ गया था जिसको लेकर सरकारी अस्पताल में ऑपरेशन करने आया था। मेरा ऑपरेशन भी हुआ  लेकिन हाइड्रोसिल के बदले नसबंदी का ऑपरेशन हुआ। अब कैसे शादी होगी और कैसे दूल्हा बनूंगा। मेरे पिता बनने का सपना को डॉक्टर ने चकनाचूर कर दिया।  युवक की आरोपों की जांच के लिए 3 सदस्य टीम का गठन कर दिया गया है। टीम 48 घंटे में रिपोर्ट देगी।