बीएचयू के एमएस डॉ. केके गुप्ता और कार्डियो डिपार्टमेंट के हेड प्रो. ओमशंकर के बीच एक बार फिर से आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है।
पूर्वांचल के एम्स कहे जाने वाले सर सुंदरलाल अस्पताल के कार्डियो विभाग में मरीजों की सुविधाओं को लेकर एम एस प्रोफेसर के के गुप्ता और कार्डियो के हेड प्रोफेसर ओम शंकर में एक बार फिर से जंग छिड़ गई है।
सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक में कार्डियो वार्ड में मरीजों को सुविधाएं न मिलने को लेकर डिपार्टमेंट के हेड ओम शंकर ने पीएमओ स्वास्थ्य मंत्रालय को ट्वीट कर इसकी शिकायत की थी। वह एमएस ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि कई बार पत्र देने के बाद भी ओम शंकर की ओर से सीसीयू, कार्डियो वार्ड को सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक में शिफ्ट नहीं किया गया।
जबकि प्रोफेसर ओम शंकर का कहना है कि अस्पताल एमएस के आदेश से नहीं बल्कि नियम से चलता है। वार्ड बनाने के बाद से कैथ लैब सहित अन्य वार्डो का ताला नहीं खुल पाया है प्रोफेसर ओम शंकर ने जून में आंदोलन किया था। तब जाकर उसका ताला खुला था।
सुपरस्पेशल्टी में कैथ लैब तो चल रहा है, लेकिन स्टाफ के अभाव और बेड की उपलब्धता न दिखने की वजह से मरीजों की भर्ती नहीं हो पा रही है। इस बारे में जब प्रोफेसर ओम शंकर से बात की गई तो उन्होंने कहा कि एमएस ने जो भी पत्र दिया है उन सभी का जवाब दिया जा चुका है।
बीएचयू अस्पताल सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक दोनों जगह ह्रदय रोग विभाग को आवंटित है। ऐसे में शिफ्टिंग की कोई बात नहीं है, एमएस ह्रदय रोग विभाग के बेड पर कब्जा करना चाहते हैं। उन्हें अधिकार नहीं है कि वह जिसे चाहे जहां भेज दे दोनों जगह पर संचालन नियमानुसार किया जा रहा है ।