Fake Drug Inspectors: उत्तर प्रदेश के भदोही में ऊंच पुलिस ने कार्रवाही करते हुए अइनछ नहर पुलिया के नजदीक से दो फर्जी ड्रग इंस्पेक्टरों (Fake Drug Inspectors) को धर दबोचा। ये दोनों फर्जी ड्रग इंस्पेक्टर मेडिकल स्टोर्स वालों से अभिलेखों में कमी बता कर पैसे ठग रहे थे।

इन दोनों फर्जी ड्रग इंस्पेक्टरों की पहचान  जौनपुर के सवईया गांव निवासी ज्ञान सिंह मौर्य और चौकी कलां जौनपुर के संजीव कुमार गुप्ता के रूप में हुई है। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर जेल में भेज दिया है।

पुलिस ने आरोपियों के पास से नेम प्लेट और फर्जी रबर मुहर बरामद की (Fake Drug Inspectors)

पुलिस ने आरोपियों के पास से पुलिस पी-कैप मय उ0प्र0पु0 का ताज लगा,  स्वास्थ्य मजिस्ट्रेट का फर्जी नेम प्लेट बीच में उत्तर प्रदेश सरकार का राजकीय चिन्ह लगा, पुलिस का फर्जी नेम प्लेट व सीएमओ प्रयागराज सहित अन्य चिकित्सालयों के फर्जी 05 रबर मुहर, वसूली के ₹2100/- नगद और फ्रॉड की घटना में प्रयुक्त चार पहिया एक्सयूवी वाहन कुल कीमती करीब 12 लाख रुपए बरामद किया गया है। आरोपियों ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि उन्होंने बी फार्मा की पढ़ाई की हुई है। उन लोगों को दवाइयों की जानकारी है। इसलिए बहुत ही आसानी से मेडिकल स्टोर्स वाले उनके झांसे में आ जाते थे।

सूचना के आधार पर पुलिस ने की कार्रवाही 

पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस टीम को कुछ मेडिकल संचालको ने शिकायत किया कि दो युवकों द्वारा चार पहिया वाहन पर फर्जी स्वास्थ्य मजिस्ट्रेट का नेम प्लेट लगाकर, फर्जी ड्रग इंस्पेक्टर बनकर मेडिकल स्टोर संचालकों से लाइसेंस चेक करने के नाम पर पैसा वसूली करते है। पुलिस ने जालसाजी सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू की गई।  गठित पुलिस टीम द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए 12 घंटे के अंदर विगत रात्रि में फर्जी ड्रग इंस्पेक्टर बनकर मेडिकल स्टोर संचालकों से पैसा वसूली करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त हुई है।

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