नई दिल्ली: राजधानी का भागीरथ पैलेस देशभर में दवा की बड़ी मंडी के रूप में प्रसिद्ध है। सूत्रों की मानें तो महीने में करोड़ों का दवा कारोबार करने वाले इस बाजार से नशीली और प्रतिबंधित दवाएं देश के कौने-कौन में पहुंचती है। पंजाब-हरियाणा-राजस्थान, यूपी के दवा सप्लायर तो रेल यात्रा के मार्फत डेली पैसेंजरी करते हैं। ऐसा भी नहीं कि ड्रग विभाग यहां होने वाले कारनामों से पूरी तरह अनजान है लेकिन यहां के कारोबारियों की जड़े इतनी गहरी और हाथ इतने लंबे हैं कि विभाग की पहुंच कई बार कमजोर हो जाती है। बीते कल के ताजा मामले को ही देख लीजिए।

ड्रग्स कंट्रोल डिपार्टमेंट की टीम ने रेड डालकर भागीरथ प्लेस स्थित दवा मार्केट से अवैध दवाओं का जखीरा जब्त किया गया है। इनमें 50 हजार से अधिक गोलियां नशे के लिए इस्तेमाल होती हैं। कोतवाली पुलिस ने ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस के अनुसार ड्रग्स कंट्रोल डिपार्टमेंट को सूचना मिली थी कि भागीरथ प्लेस की दुकान में अवैध दवाएं रखी गई हैं। जानकारी के आधार पर राम गली स्थित एक दुकान में रेड की तो वहां से उन्हें भारी मात्रा में अवैध दवाएं मिलीं। संबंधित दुकानदार के पास इनका कोई लाइसेंस नहीं मिला। जब्त दवाओं में लगभग 50 हजार नशीली गोलियां मिली हैं। इन दवाओं को बिना लाइसेंस के एकत्रित करना गंभीर अपराध है। नशे के बाजार में इन दवाओं को ऊंची कीमत पर बेचा जाता है। इसके चलते कुछ दवा विक्रेता इन दवाओं का अवैध कारोबार करते हैं।

नशे के खिलाफ अभियान चलाने वाले संगठनों की मानें तो उनकी तरफ से अकसर तथ्यों के साथ भागीरथ पैलेस में नशा सप्लाई होने की सूचनाएं ड्रग विभाग को दी जाती हैं लेकिन ठोस कार्रवाई नहीं होती। शायद यही वजह है कि कभी-कभार की कार्रवाई से नशा बेचने वालों को कोई फर्क नहीं पड़ता और धंधा खूब फल-फूल रहा है।