नई दिल्ली। दिल्ली में भारत की सबसे बड़ी थोक की दवा मार्केट भागीरथ पैलेस 4 जून तक के लिए बंद करने का फैसला लिया गया है। करोना के मामलों में बढ़ोतरी के चलते मजबूरन व्यापारियों को दवा मार्केट बंद करनी पड़ी। इस बड़े फैसले के पीछे दिल्ली में कोरोना के मामले में इजाफा होना बताया जा रहा है। ऐसे में मजबूरन अधिकांश व्यापारियों को दवा मार्केट आगामी 4 जून तक बंद करनी पड़ रही है। गौरतलब है कि भगीरथ पैलेस बाजार में 800 से अधिक दवा और सर्जिकल की थोक की दुकानें हैं। यहां से पूरे भारत में दवा और मेडिकल उपकरण का कारोबार होता है। यहां के दुकानदार लॉक डाउन -1 से भी अब तक सेवाएं दे रहे थे, लेकिन अब खुद की हालत बिगड़ने पर यह फैसला लेना पड़ा है। इससे दिल्ली समेत अन्य राज्यों में दवा की उपलब्धता में दिक्कत हो सकती है। बताया जा रहा है कि यहां कोरोना के 12 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। पीड़ित सभी दवा या सर्जिकल दुकानदार हैं। ऐसे में दिल्ली ड्रग ट्रेडर्स एसोसिएशन द्वारा छह दिनों के लिए बाजार बंद करने का निर्णय लिया गया है।
इस बारे में दिल्ली ड्रग ट्रेडर्स एसोसिएशन के सचिव आशीष ग्रोवर ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण के कई मामले सामने आने के बाद हालात लगातार खराब होते जा रहे हैं। उन्होंने पहले ठीक था, लेकिन लॉकडाउन में ढील के बाद स्थिति बिगड़ी है। ऐसे में खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रखने के लिए यह फैसला लिया गया है। आगे दिल्ली सरकार के निर्णय का इंतजार है। बता दें कि दवा की दुकानें जरूरी सेवाओं में शामिल हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में कोरोना के अब 86422 एक्टिव केस हैं. कोरोना महामारी से अब तक 4971 मरीजों की मौत हो गई है और 82369 लोग ठीक हो चुके हैं। उत्तर भारत के सबसे बड़े बाजार- सदर बाजार के व्यापारियों को उम्मीद थी कि आने वाले दिनों में बाजार खोला जा सकता है। लेकिन भागीरथ पैलेस के बाद इसे खोलना थोड़ा सा मुश्किल होगा। दवा मार्केट के बंद होने से ना केवल व्यापारियों को बल्कि सरकार को भी टैक्स के रूप में बहुत अधिक नुक्सान होगा। इसके अतिरिक्त लोगों का रोजगार भी जाने लगा है। मार्केट में हजारों मजदूर दिहाड़ी पर काम करते हैं उनके सामने भी आमदनी का संकट उठने लगा है।