अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने भारी मात्रा में नशीली कफ सिरप का जखीरा जब्त किया है। पुलिस ने नशीली सिरप बनाने में इस्तेमाल होने वाले कई कच्चे माल यानी सिरप और गोलियों के साथ एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने जब आरोपियों से पूछताछ की तो चौंकाने वाले तथ्य भी सामने आए।
नशीली कफ सिरप सरेआम बाजार में बिक रही है। हालांकि पुलिस भी इन नशीली सिरप की बिक्री पर नजर रख रही है और कार्रवाई कर रही है, अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने सूचना के आधार पर एक आरोपी को भारी मात्रा में नशीली कफ सिरप के साथ गिरफ्तार किया है। कफ सिरप बनाने और बेचने से पहले इसका कच्चा माल जब्त कर लिया। अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने सूचना के आधार पर माथी मुजाहिद उर्फ मोइन पठान को दानिलिम्दा इलाके से गिरफ्तार किया। सूखी खांसी के लिए उपयोग की जाने वाली 18 लीटर मेटाहिस्ट-एस सिरप और एनडीपीएस अधिनियम के तहत प्रतिबंधित नाइट्राजेपम की 49 गोलियां जब्त की गईं। इसके अतिरिक्त पुलिस ने मेटाहिस्ट-एस टैबलेट और नाइट्राजेपम के मिश्रण वाला एक संदिग्ध तरल भी जब्त किया। साथ ही रेक्सोडेक्स नामक कफ सिरप के स्टीकर भी पुलिस को मिले।
इस मामले में गिरफ्तार मुजादीन नाम के आरोपी से पूछताछ के दौरान पता चला कि आरोपी मुजादीन आर्थिक रूप से परेशान था और नशे का भी आदी था। जल्दी पैसा कमाने के लिए उसने नशीली कफ सिरप बनाकर बेचने की सोची। नशीली कफ सिरप बनाने के लिए उसने अपने किरायेदार सैफुद्दीन नागौरी की मदद ली। सैफुद्दीन ने नागोरी खमासा में देसाई मेडिकल स्टोर से मेटाहिस्ट-एस नामक सूखी खांसी की सिरप खरीदी और सिरप को अधिक नशीला बनाने के लिए उसने जुहापुरा में मैडमैक्स नामक दवा की दुकान से बिना किसी डॉक्टरी सलाह के नाइट्राजेपम की 50 गोलियां खरीदीं।
हालांकि वह जुहापुरा में मेडिमैक्स नामक थोक दवा की दुकान में काम करता था। इसलिए उसने अपने नाम से बिल बनाया और वहां से प्रतिबंधित दवा खरीदी। बाद में ये दोनों टेबलेट को सिरप में मिलाकर छोटी-छोटी बोतलों में भरकर बेच देते थे लेकिन उससे पहले ही ये अहमदाबाद क्राइम ब्रांच के हत्थे चढ़ गए।