नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण के कहर के बीच एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। एक गर्भवती महिला (27 वर्ष) को मेक्सिको-यूएस बॉर्डर पर डिटेन कर लिया गया। वहीं उसे दर्द होना शुरू हो गया। इस बीच उसे खड़े-खड़े ही बच्चे को जन्म देना पड़ा। अमेरिकान सिविल लिबर्टिज यूनियन के अनुसार इस महिला ने सैन डिएगो में एजेंट्स से बताया कि उसे दर्द हो रहा है। लेकिन उन्होंने इस बात को इग्नोर कर दिया। दर्द इतनी तेज हो रहा था कि महिला ने वहीं गार्बेज बॉक्स को पकड़ा। उसने पेंट पहन रखी थी। वहीं उसे बच्चे को जन्म देना पड़ा। पति ने महिला की चीखों के बीच नवजात के रोने की आवाज सुनी। उसने महिला की पेंट को थोड़ा सा नीचे किया तो देखा कि बच्चे का सिर बाहर आ चुका है। इस वक्त उनके दो बच्चे भी पास थे। वो भी अपनी मां को दर्द में चीखते हुए देख रहे थे। महिला दर्द में चीखती रही लेकिन वहां खड़े लोगों में से किसी ने उसकी मदद नहीं की। उसने पेंट में ही बच्चे को जन्म दिया। इसके बाद महिला और उसके परिवार को वापस मेक्सिको भेज दिया गया। चीफ पेट्रोल एजेंट एरेन के अनुसार इसके बाद महिला को मेडिकल सहायता दी गई। अब वह और उसका बच्चा दोनों ठीक हैं।