भरतपुर (राजस्थान)। डिस्ट्रिक्ट स्पेशल टीम ने स्थानीय लाल दरवाजा क्षेत्र में बंगाली क्लीनिक के नाम से प्रसिद्ध एक झोलाछाप के यहां छापामारी की। मौके पर क्लीनिक संचालक अशोक साहा मरीजों का इलाज करते मिला। क्लीनिक पर काफी मात्रा में एलोपैथी दवाइयां व उपचार करने के उपकरण पाए गए। वहीं, मरीजों को भर्ती कर ड्रिप लगाने के इंतजाम भी किए हुए थे। टीम ने सूचना देकर ब्लॉक सीएमएचओ डॉ. धर्मेंद्र सिंह चौधरी को मौके पर बुलवाया। बीसीएमओ ने क्लीनिक संचालक से प्राइवेट मेडिकल प्रैक्टिस संबंधी दस्तावेज मांगे तो संचालक ने एक सर्टिफिकेट दिखाया, जोकि केवल फस्र्ट एड संबंधी ही था।
इसके बाद बीसीएमओ ने क्लीनिक को सीज कर क्लीनिक संचालक अशोक को तीन दिन के अंदर मरीजों का उपचार करने संबंधी वैध दस्तावेज पेश करने के लिए नोटिस थमा दिया। वहां जमा हुई भीड़ ने बताया कि उक्त झोलाछाप करीब 20 सालों से यहां क्लीनिक चला रहा था। डीएसटी टीम प्रभारी एसआई हेमराज मीना ने बताया कि लाल दरवाजा में झोलाछाप द्वारा क्लीनिक चलाकर लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने की सूचना मिली थी। इस पर टीम ने अशोक साहा के बंगाली क्लीनिक पर छापामार कार्रवाई की। कार्रवाई के दौरान क्लीनिक संचालक के पास प्राइवेट मेडिकल प्रैक्टिस संबंधी कोई वैध दस्तावेज नहीं मिला। उसके यहां मरीज इलाज करा रहे थे तथा क्लीनिक में काफी मात्रा में दवाइयां व उपचार करने के उपकरण भी मिले। दवा कंपनियों के प्रतिनिधियों की ओर से दी जाने वाली सैंपल की भी दवाइयां मिली। इस पर सीएमएचओ को सूचना देकर बीसीएमओ को मौके पर बुलवाया गया।