झुंझुनू (राजस्थान)। जिले के पिलानी स्थित केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स अभियांत्रिकी अनुसंधान संस्थान (सीरी) में मानव शरीर में एंटीबॉडी जांच के लिए सीरोलॉजी परीक्षण किया जा रहा है। कार्यक्रम के आयोजक डॉ. अजय अग्रवाल ने बताया कि देश में सीएसआईआर की प्रयोगशालाओं के माध्यम से इस प्रकार के शिविरों का आयोजन किया गया है। शिविर में ब्लड के सैंपल देने वाले लोगों की जांच कर उनके शरीर में रोगाणुओं के खिलाफ एंटीबॉडी की स्थिति का आकलन किया जाएगा। मानव शरीर में रोग के कारणों का पता लगाने की दिशा में यह महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। इससे पुराने या स्थाई गैर संक्रामक रोगों का निदान खोजने में मदद मिलेगी। उन्होंने बताया कि जांच में कोरोना जैसे रोगों से संक्रमित रहे व्यक्ति की जानकारी मिल सकेगी। यह शोध भारत में पहली बार हो रहा है। देशभर से नमूने मिलने से भौगोलिक आधार पर पाई जाने वाली विभिन्नताओं का भी विश्लेषण कर संपूर्ण देश के नागरिकों को ध्यान में रखकर निष्कर्ष निकाले जा सकेंगे।
सीरी संस्थान पिलानी के निदेशक डॉक्टर पीसी पंचारिया ने बताया कि देशभर में फैली सीएसआईआर की राष्ट्रीय प्रयोगशालाए आईजीआईबी नई दिल्ली द्वारा संचालित फीनोम इंडिया परियोजना में अपना सहयोग प्रदान कर रही है। यह शोध अध्ययन की दृष्टि से भी बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि सीरम विज्ञान के अंतर्गत सीरम एवं अन्य शारीरिक तरल पदार्थों का अध्यन किया जाता है। व्यवहार में निदान में प्रति पिंडों की पहचान को ही सीरम विज्ञान कहा जाता है। जब शरीर में कोई सूक्ष्मजीव का कोई संक्रमण होता है या फिर कोई बाहरी प्रोटीन शरीर में प्रविष्ट कराया जाता है। जैसे गलत रक्त चढऩा तो शरीर की प्रतिक्रिया स्वरूप यह प्रतिपिण्ड बनते हैं।